बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है. दिल्ली के राउज एवेन्यू स्थित स्पेशल जस्टिस की अदालत ने आईआरसीटीसी होटल भ्रष्टाचार मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पीसी एक्ट) के तहत आरोप तय किए.

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बिहार चुनाव में इस मुद्दे का कितना असर पड़ता है यह देखने वाली बात होगी. वहीं, इस मुद्दे को लेकर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान भी सामने आया है.

चुनाव से पहले कोर्ट और एजेंसियों की सक्रियता पर उठे सवाल

बिहार चुनाव से ठीक पहले IRCTC घोटाले में लालू प्रसाद यादव पर आरोप तय करने को लेकर पूछे प्रश्न के जवाब में अशोक गहलोत ने कहा कि यही तो आश्चर्य होता है. चुनाव के पहले ही कोर्ट भी एक्टिव हो जाता है. चुनाव के पहले ही सीबीआई, ईडी एक्टिव हो जाती है. 

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अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में कहा जाता है कि सबको समान अवसर मिलने चाहिए. तभी तो ये कोड ऑफ कंडक्ट लागू होता है कि सबको समान रूप से चुनावी मैदान में उतरने का अवसर मिले. तभी तो आचार संहिता लागू होती है. आप एक महीना बाद में सीबीआई कोर्ट में चालान पेश करते तो क्या फर्क पड़ता? या चुनाव के चार महीना पहले कर देते.

अशोक गहलोत ने कहा कि चुनाव शुरू हो गया है, नोटिफिकेशन जारी हो गया है. अब आप बुला कर चालान पेश कर रहे हैं. इसे क्या कहेंगे? देश देख रहा है. समय आने पर माकूल जवाब मिलेगा. सत्ता में बैठे हुए लोगों को अब जनता सबक सिखाएगी.

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