मुजफ्फरपुर: बिहार में आनंद मोहन (Anand Mohan) के जेल से छूटते ही राजनीति तेज हो गई है. वहीं, उनके जेल से वापस आने के बाद से बिहार का सियासी पारा चढ़ चुका है. बुधवार को देर रात जिले के एक कार्यक्रम में आनंद मोहन पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में बीजेपी (BJP) पर जमकर हमला बोला. हम लोग का श्री राम (Lord Ram) वाली पार्टी नहीं सिया राम वाली पार्टी है, इसलिए जैसे अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है. सीतामढ़ी स्थित पुनौरा धाम में भी माता सीता का भव्य मंदिर बने.


हम लोग सियाराम वाले लोग हैं- आनंद मोहन


आनंद मोहन ने इशारों इशारों में बीजेपी पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण हो रहा है, जिसका हम स्वागत करते हैं, लेकिन सिया राम दोनों के मंदिर का उद्धार होना चाहिए. जहां माता सीता प्रकट हुई थीं उस पुरौन धाम में भी माता सीता का भव्य मंदिर बनना चाहिए. इसके निर्माण की भी सरकार को व्यवस्था करनी चाहिए. हम लोग श्री राम वाले लोग नहीं हैं, हम लोग सियाराम वाले लोग हैं.


महागठबंधन और बीजेपी दोनों चुनावी तैयारी में जुटी


वहीं, बिहार में आरजेडी नेता रघुवंश सिंह के देहांत के बाद राजपूत समाज के एक कद्दावर नेता आनंद मोहन से महागठबंधन की आशाएं अब जुड़ी हुई हैं, 2024 के लोकसभा चुनाव में आनंद मोहन की रिहाई से महागठबंधन को कितना फायदा मिलेगा, ये तो चुनाव बाद ही पता चलेगा, लेकिन 2024 की चुनावी समर की तैयारियों में महागठबंधन और बीजेपी अभी से जुट गई है.


मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट


बता दें कि डीएम जी. कृष्णैया की हत्या 5 दिसंबर 1994 को हुई थी. आनंद मोहन सिंह पर यह आरोप साबित हुआ था कि उन्होंने भीड़ को उकसाया. इस मामले में आनंद मोहन को मौत की सजा सुनाई थी. बाद में पटना हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने सजा को उम्रकैद में बदल दिया. आनंद मोहन ने इस मामले में 17 साल जेल में बिताए और बीते दिनों ही जेल से रिहा हुए थे. आनंद मोहन की रिहाई के बाद लगातार बीजेपी नीतीश सरकार को भी घेरने में लगी थी. इस बीच जी कृष्णैया की पत्नी उमा देवी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गईं हैं.


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