बिहार चुनाव के मद्देनजर लगातार बयानबाजी जारी है. पशुपति पारस ने कहा कि अभी से महज कुछ घन्टे पहले दलित सेना द्वारा शोक सभा का आयोजन किया गया था, उसमे मीडिया के साथियों ने हमसे पूछा तो हमने कहा कि 20 तक मैं कोई राजनीतिक बात नही करूंगा, क्योंकि मेरे घर में बड़े भाई का श्राद्ध कर्म है. उसके बाद मैं राजनीतिक बाते मैं करूंगा.
उन्होंने कहा कि मीडिया साथियों ने मेरे बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया जो बिल्कुल ही गलत है. जहां तक नीतीश कुमार का सवाल है तो वो बिहार में 15 वर्ष से शासन में है लेकिन बिहार का विकास नहीं हुआ. अभी जो काम दिख रहे हैं वो भारत सरकार का काम है, बिहार शिक्षा में शून्य पर चला गई है. बिहार सरकार द्वारा एक भी मेडिकल कॉलेज या इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं खुला, जो भी काम हुआ भारत सरकार द्वारा हुआ है.
अपने बयान में पारस ने कहा, ''अभी कोरोना काल में अनाज का संकट हुआ तो गरीबों के लिए अनाज की व्यवस्था हमारे बड़े भाई के विभाग ने किया और वो छठ पर्व तक फ्री अनाज दिया जा रहा है, इसमे बिहार सरकार का कोई योगदान नहीं, बिहार में गरीबों का राशनकार्ड तक नहीं बना ऐसे में मेरे बड़े भाई ने कहा बिना राशनकार्ड के भी अनाज दिया जाए.''
नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए पशुपति पारस ने कहा, '' नीतीश कुमार मीडिया में लंबी चौड़ी बात बोलते हैं पर कथनी और करनी में फर्क है, 15 वर्ष में बिहार का कुछ विकास नहीं हुआ, जो भी हुआ केंद्र के सहयोगी सरकार के होने के कारण हुआ, बिहार में सबसे बड़ा समस्या लॉ एंड ऑर्डर का है, प्रतिदिन लूट, डकैती, हत्या हो रहे हैं और खासकर दलित पर, आज दलित उपेक्षित है, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की सोच है विकास की ओर जो फर्स्ट बिहार बिहारी फर्स्ट का विजन लेकर आए हैं और इसमे नीतीश कुमार सक्षम नहीं हुए.'' सुशील मोदी के वोटकटवा के बयान पर इनका कहना है कि ये 10 नवंबर को पता चल जाएगा कि वोट कटवा कौन हैं। लोजपा बिहार में विकास चाहता है और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष एक विकास पुरुष है.
पारस ने कहा, ''स्वास्थ्य मंत्री बीजेपी के जरूर हैं पर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और मुखिया के निति से सरकार चलती है, पॉलिसी मेकर मुख्यमंत्री है इसलिए दोषी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं, आज बिहार के किसी भी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन नहीं है तो कही दवा उपलब्ध नहीं है और इसके लिए देनदार हेल्थ मिनिस्टर नहीं चीफ मिनिस्टर है.''
पशुपति पारस कहते हैं कि ये गठबंधन का युग है पूरे देश में गठबंधन है, सभी पार्टी गठबंधन करती है, कांग्रेस राजद के भी गठबंधन है तो यहां सत्ता सुख की बात नहीं है सरकार चलाने के लिए एनडीए के पास स्पष्ट बहुमत है, बीजेपी को केंद्र में गठबंधन की जरूरत नहीं है लेकिन सरकार चलाने के लिए गठबंधन जरूरी है, भारत सरकार के सहयोग से बिहार में बाढ़ हो या सुखाड़ या कोरोना हो या जो कुछ भी बिहार में आप देख रहे हैं ये सब भारत सरकार की देन हैं, बिहार सरकार में लॉ एंड ऑर्डर नाम की कोई चीज नहीं है यहां रोज हत्या लूट हो रहे हैं.
एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि 2005 इनको याद रहना चाहिए जब लोजपा अकेले लड़ी थी तो 29 सीट जीती थी तो उनको इतिहास इतनी जल्दी नही भूलना चाहिए और उन्होंने वोटकटवा शब्द का प्रयोग किया है उन सभी को दस नवंबर का इंतजार करना चाहिए.