18वें ओवर की 'आखिरी गेंद' पर हुई बड़ी गलती से हार गई टीम इंडिया
ABP News Bureau | 11 Feb 2018 10:00 AM (IST)
कहते हैं कि अगर किस्मत आपके साथ हो तो फिर दुनिया की कोई भी ताकत आपसे रास्ते की बाधा नहीं बन सकती. बीती रात मैच के हीरो रहे डेविड मिलर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.
नई दिल्ली/जोहानिसबर्ग: कहते हैं कि अगर किस्मत आपके साथ हो तो फिर दुनिया की कोई भी ताकत आपसे रास्ते की बाधा नहीं बन सकती. बीती रात मैच के हीरो रहे डेविड मिलर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. जब युजवेन्द्र चहल की नो बॉल पर क्लीन बोल्ड होने के बाद उन्होंने मैच का नक्शा ही बदल दिया. दक्षिण अफ्रीका के साथ बारिश से प्रभावित मुकाबले में टीम इंडिया को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. टीम इंडिया की इस हार का सबसे बड़ा मुजरीम कोई और नहीं बल्कि युजवेन्द्र चहल को माना जा रहा है. जिन्होंने पिछले तीनों वनडे मैचों में बेमिसाल गेंदबाज़ी करते हुए विरोधी टीम को पस्त करके रख दिया था. आखिर कैसे बने चहल हार के मुजरिम? भारत ने पहले बल्लेबाज़ी कर मेजबान टीम को 290 रनों का लक्ष्य दिया. जवाब में बारिश के खलल तक दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 1 विकेट गंवाकर 43 रन बनाए लिए. बारिश रूकने के बाद मेजबान टीम को 28 ओवरों में 202 रनों के लक्ष्य मिला. भारतीय टीम ने गेदंबाज़ी में अच्छी शुरूआत की, कुलदीप यादव ने डूमिनी-आमला के विकेट चटकाए, जबकि पांड्या ने एबी डीविलियर्स को चलता कर टीम इंडिया को जीत की खुशबू दिला दी थी. लेकिन तभी आया पारी का 18वां ओवर जिसे युजवेन्द्र चहल ने फेंका, इस ओवर की आखिरी गेंद पर बल्लेबाज़ कर रहे थे अनुभवी डेविड मिलर. ये बेहतरीन स्विंग करती हुई बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ के पास से निकलते हुए सीधे विकेटों में घुस गई और उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया. लेकिन वही हुआ जिसका डर था, चहल ने यहां पर नो बॉल कर दी और 8 गेंदों पर 7 रन बनाकर खेल रहे मिलर को नॉट-आउट करार दे दिया गया. 18 वें ओवर से बदल गया मैच: जिस वक्त मिलर नो बॉल पर बोल्ड हुए तब दक्षिण अफ्रीकी टीम का स्कोर 106 रन था और मैच भारत की मुट्ठी में. मेजबान टीम को यहां से जीत के लिए 61 गेंदों में 96 रनों की दरकार थी. नो बॉल पर मिलर का विकेट चूकने के बाद भारतीय टीम की मुश्किलें यहां खत्म नहीं हुईं. बड़ा जीवनदान मिलने के बाद प्रोटियाज़ के लिए इस मुकाबले में जीत के सबसे बड़े हीरो रहे डेविड मिलर और दूसरा वनडे खेल रहे हैनरिक क्लासेन. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने 102/4 विकेट गिरने के बाद 41 गेंदों में 72 रनों की अहम साझेदारी कर जीत की नींव तैयार कर दी. इस बड़े जीवनदान का फायदा उठाते हुए मिलर ने 28 गेंदों में 39 रनों की मैच विनिंग पारी खेली और टीम को जीत दिलाने में अहम निभाई.