कोरोना वायरस की वजह से तीन महीनों से क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं खेले जा रहे हैं. भारत में जिस तरह से हालात बन रहे हैं उनसे निकट भविष्य में भी क्रिकेट की शुरुआत की संभावना नहीं दिखाई दे रही है. भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने विजय हजारे, दलीप और देवधर ट्रॉफी को इस सत्र में रद्द करने की मांग की है. जाफर का मानना है कि बोर्ड का उस समय का उपयोग रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी 20 के आयोजन के लिए करना चाहिए.

जाफर चाहते हैं कि यह सुनिश्चित किया जाए कि खिलाड़ियों को आराम के लिये पर्याप्त समय मिले और वे विभिन्न टूर्नामेंटों के लिए जल्दबाजी में ना रहे. घरेलू सत्र की शुरुआत अगस्त में होने की उम्मीद है. हालांकि बीसीसीआई ने इसको लेकर अभी तक कोई एलान नहीं किया है और इंतजार करो की नीति अपनाई है.

आईपीएल है महत्वपूर्ण

जाफर ने कहा, ''जब भी सत्र शुरू होगा तो पहली प्राथमिकता आईपीएल आयोजित करने की होगी. बीसीसीआई पहले टूर्नामेंट के रूप में आईपीएल के साथ शुरुआत कर सकता है.'' बीसीसीआई सितंबर-अक्टूबर में आईपीएल के आयोजन की योजना पर विचार कर रहा है, लेकिन यह एशिया कप और टी20 विश्व कप के भविष्य पर निर्भर करेगा.

उन्होंने कहा, ''आईपीएल के खत्म होने के बाद बीसीसीआई इरानी ट्रॉफी का आयोजन कर सकता है क्योंकि सौराष्ट्र पहली बार चैम्पियन बना है और वह इसे खेलने का हकदार है.'' जाफर ने कहा है कि इस टूर्नामेंट के बाद बीसीसीआई को रणजी ट्रॉफी के आयोजन पर विचार करना चाहिए. जाफर का मानना है कि रणजी ट्रॉफी और आईपीएल ज्यादा महत्वपूर्ण हैं इसलिए वह बोर्ड की प्राथमिकता होने चाहिए.

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