वनडे क्रिकेट में मैच जिताने वाला खिलाड़ी वही होता है जो अकेले दम पर बाजी पलट दे. ऐसे ही खिलाड़ियों को मिलता है “प्लेयर ऑफ द मैच” अवॉर्ड, जो उनके शानदार प्रदर्शन का सबसे बड़ा सबूत होता है. आइए जानते हैं उन 5 दिग्गजों के बारे में जिन्होंने वनडे इतिहास में सबसे ज्यादा बार ये सम्मान अपने नाम किया.

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सचिन तेंदुलकर - 62 बार (भारत)

“क्रिकेट के भगवान” कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. 1989 से 2012 तक खेले गए 463 वनडे मैचों में उन्होंने 62 बार प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता. उनका हर अवॉर्ड किसी ना किसी यादगार पारी से जुड़ा है. चाहे वो 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 98 रनों की इनिंग हो या शारजाह में खेली गई “डेजर्ट स्टॉर्म” पारी. तेंदुलकर का यह रिकॉर्ड आज भी अटूट है और शायद लंबे वक्त तक ऐसा ही रहेगा.

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सनथ जयसूर्या - 48 बार (श्रीलंका)

श्रीलंका के सनथ जयसूर्या ने ओपनिंग बल्लेबाजी की परिभाषा ही बदल दी. 1989 से 2011 तक खेले गए 445 वनडे में उन्होंने 48 बार यह अवॉर्ड जीता. जयसूर्या सिर्फ बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि एक उपयोगी स्पिनर भी थे. 1996 वर्ल्ड कप में उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने श्रीलंका को पहली बार वर्ल्ड कप जिताया.

विराट कोहली - 43 बार (भारत) 

भारत के मौजूदा दिग्गज विराट कोहली लगातार इस लिस्ट में ऊपर बढ़ते जा रहे हैं. 2008 से अब तक खेले गए 305 वनडे में उन्होंने 43 बार प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता. कोहली की पारी अक्सर रन-चेज की परफेक्ट क्लास मानी जाती है. उनके नाम 46 से ज्यादा वनडे शतक हैं, और वो हर मैच में जीत के लिए मैदान पर उतरते हैं.

जैक्स कैलिस - 32 बार (दक्षिण अफ्रीका)

साउथ अफ्रीका के महान ऑलराउंडर जैक्स कैलिस का नाम भी इस लिस्ट में शुमार है. उन्होंने 328 वनडे मैचों में 32 बार यह अवॉर्ड जीता. बल्ले और गेंद दोनों से प्रभाव डालने की उनकी क्षमता ने उन्हें आधुनिक क्रिकेट का सबसे संतुलित खिलाड़ी बना दिया.

रिकी पोंटिंग - 32 बार (ऑस्ट्रेलिया)

रिकी पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया को दो वर्ल्ड कप जिताए और कई मैच अपनी कप्तानी व बल्लेबाजी से पलटे. 375 वनडे मैचों में उन्होंने 32 बार प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता, जिनमें कई नॉकआउट मुकाबले भी शामिल हैं.