टेस्ट क्रिकेट अपने आप में सबसे कठिन और सबसे लंबा चलने वाला फॉर्मेट है. इस कठिन फॉर्मेट में कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हुए हैं, जिन्होंने ऐसा ऐतिहासिक कारनामा कर दिखाया जिसे करना लगभग असंभव माना जाता है. एक ही टेस्ट मैच में 100 प्लस रन बनाना और 10 या उससे ज्यादा विकेट लेना. यह ऐसा ऑलराउंड पराक्रम है जो क्रिकेट इतिहास में आज तक सिर्फ चार खिलाड़ियों ने ही हासिल किया है. आइए जानें इन चार महान खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में यह ‘डबल मास्टरक्लास’ दिखाया.
एलन डेविडसन - 1960, ब्रिस्बेन
ऑस्ट्रेलिया के एलन डेविडसन इस अनोखे क्लब में शामिल होने वाले पहले खिलाड़ी थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने पहले 44 और फिर 80 रन बनाए. इसके बाद गेंदबाजी में उन्होंने 5/135 और 6/87 लेकर कुल 11 विकेट चटकाए. यह वही मैच है जो दुनिया के पहले टाई टेस्ट के रूप में भी याद किया जाता है.
इयान बॉथम - 1980, मुंबई (वानखेड़े)
इंग्लैंड के दिग्गज इयान बॉथम ने भारत के खिलाफ यह करिश्मा किया था. उन्होंने पहले ही प्रयास में 114 रन जड़ दिए थे. इसके बाद गेंदबाजी में 6/58 और 7/48 के आंकड़ों के साथ कुल 13 विकेट हासिल किए. बॉथम का उनका यह प्रदर्शन आज भी टेस्ट इतिहास के सबसे महान ऑलराउंड शो में गिना जाता है.
इमरान खान - 1983, फैसलाबाद
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और महान आलराउंडर इमरान खान ने भारत के खिलाफ शानदार पारी खेली. उन्होंने 117 रन बनाए और गेंदबाजी में 6/98 तथा 5/82 लेकर कुल 11 विकेट हासिल किए. इमरान की यह परफॉर्मेंस उनके करियर की सबसे यादगार उपलब्धियों में से एक है. जिसने उन्हें विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया.
शाकिब अल हसन - 2014, खुलना
बांग्लादेश के सुपरस्टार शाकिब अल हसन आधुनिक क्रिकेट में इस क्लब में शामिल होने वाले अकेले खिलाड़ी हैं. उन्होंने 137 और 6 रन मिलाकर कुल 143 रन बनाए. उसके बाद गेंदबाजी में 5 विकेट 80 रन और 5 विकेट 44 रन देकर कुल 10 विकेट अपने नाम किए. शाकिब का यह प्रदर्शन बांग्लादेश की क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ा ऑलराउंड शो माना जाता है.