Sunil Chhetri Retirement: भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान रहे सुनील छेत्री ने हाल ही में 39 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कह दिया है. उन्होंने भारत के लिए 150 मैच खेले, जिनमें उन्होंने कुल 94 गोल दागे. सुनील अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दुनिया में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं. अब उन्होंने एक वीडियो में लोगों से आग्रह किया है कि लोग हमेशा उन्हें एक मेहनती और हैंडसम दिखने वाले खिलाड़ी के तौर पर याद करें. वो चाहते हैं कि उनकी 'मेहनत' को एक विरासत के रूप में देखा जाए.


सुनील छेत्री ने कहा, "मैं चाहता हूं कि लोग मुझे एक बहुत मेहनती और हैंडसम दिखने वाले खिलाड़ी के रूप में याद करें. मैंने कभी सावधानी नहीं बरती और मैं सोचता हूं कि मेरी विरासत और एक चीज जिसके लिए मुझे याद रखा जाएगा, वो यह है कि मैंने हमेशा मेहनत की और गुड-लुकिंग हूं. मेहनत को मेरी विरासत के रूप में देखा जाए. मैं चाहता हूं कि हमेशा मुझे एक मेहनती प्लेयर के तौर पर याद किया जाए. यह एकमात्र चीज है, जिसे मैं विरासत के रूप में पीछे छोड़ना चाहता हूं."




कब खेलेंगे आखिरी मैच?


सुनील छेत्री ने बताया कि रिटायरमेंट का एलान करते हुए बताया था कि वे 6 जून को कोलकाता में होने वाले फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मैच में कुवैत के खिलाफ खेलेंगे, जो उनके करियर का आखिरी मैच होगा. एएफसी क्वालिफायर्स में भारत अभी ग्रुप ए में कतर के बाद दूसरे स्थान पर है. छेत्री ने बताया कि 19 साल तक इंडिया के लिए खेलना गर्व की बात रही, लेकिन अब रिटायरमेंट मैच से पूर्व उन्हें बहुत अजीब महसूस हो रहा है.


भारतीय टीम के कप्तान ने बताया कि उनका रिटायर होने का फैसला फिटनेस से जुड़ा नहीं है. वो अब भी बहुत फिट हैं और अच्छा खेलने में सक्षम हैं, लेकिन सुनील के अनुसार उन्हें अंदर से आवाज आने लगी थी कि अब उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने संकेत दिए हैं कि वो शायद डोमेस्टिक फुटबॉल में भी ज्यादा समय तक नहीं टिकेंगे.


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