Tokyo Olympics 2020: बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने कल कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया. ओलंपिक खेलों में दो व्यक्तिगत मेडल जीतने वाली सिंधु पहली भारतीय महिला एथलीट हैं. भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने सिंधु की इस जीत पर उन्हें बधाई दी. साथ ही उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि बैडमिंटन खिलाड़ी देश के लिए लगातार तीन ओलंपिक में मेडल लाने में कामयाब रहे हैं. 


मुख्य कोच पी गोपीचंद ने कहा, "लगातार अपना दूसरा ओलंपिक मेडल जीतने पर सिंधु को बधाई. ये सिंधु के साथ-साथ उनके सभी कोच और सपोर्ट स्टाफ की कड़ी मेहनत का नतीजा है. साथ हीं मैं सिंधु की इस उपलब्धि के लिए मैं खेल मंत्रालय, भारत सरकार, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI), बैडमिंटन एसोसीएशन ऑफ इंडिया (BAI) और तेलंगाना सरकार का भी धन्यवाद करना चाहूंगा." साथ ही उन्होंने कहा, "ये देखकर खुशी होती है कि हम बैडमिंटन के इवेंट में लगातार तीन ओलंपिक में मेडल जीतने में सफल रहे हैं."


बता दें कि, साल 2012 के लंदन ओलंपिक में साइना नेहवाल ने महिला सिंगल्स का कांस्य पदक जीता था. इसके बाद 2016 के रियो ओलंपिक  में पीवी सिंधु ने इसी स्पर्धा का रजत पदक अपने नाम किया था. 


सिंधु की मां ने कहा-शानदार तरीके से करेंगे सेलीब्रेट

पीवी सिंधु की मां ने कहा पीवी विजया ने कहा कि वो सेमीफाइनल में हार से निराश थी. लेकिन इसके बाद उन्होंने कांस्य पदक के लिए खेलते हुए जिस तरह से वापसी की वो देखने लायक था. उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं. सिंधु ने रियो में सिल्वर मेडल जीता था और अब इस बार उन्होंने कांस्य पदक जीता है. हम सभी बहुत खुश हैं. हमने उनकी इस उपलब्धि को मनाने के लिए प्लान बनाएं हैं, हम शानदार तरीके से इसे सेलीब्रेट करेंगे." साथ ही उन्होंने कहा, "सेमीफाइनल में हार के बाद कल वो थोड़ा निराश थी. हमनें उसे रिलैक्स होने और कांस्य पदक का अपना मैच पूरी जी जान से खेलने के लिए कहा."





बता दें कि, दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने 53 मिनट तक चले कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की दुनिया की नौवें नंबर की खिलाड़ी बिंग जियाओ को 21-13, 21-15 से शिकस्त दी थी.


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