नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में लॉकडाउन का एलान किया जा चुका है ऐसे में सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द कर दिया गया है. इस बीच कई ऐसे छोटे खेल हैं जिनपर लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर हो रहा है. ऐसे में भारत महिला खो- खो टीम की कप्तानी की भी कुछ यही कहानी है. खो- खो टीम की कप्तान नसरीन फिलहाल आर्थिक संकट से जूझ रहीं हैं. राशन कार्ड ने होने के कारण उन्हें राशन भी नहीं मिल पा रहा था. ऐसे में उन्होंने सरकार और कई लोगों से मदद की गुहार लगाई थी जिसके बाद अब जाकर उनकी मदद की गई है.
खो- खो फेडरेशन ऑफ इंडिया ने मामले की जानकारी मिलते ही नसरीन को 1 लाख रुपये की मदद दे दी. बता दें कि साल 2019 के एशिया गेम्स में नसरीन ने टीम इंडिया को पहले पायदान पर पहुंचाया था.
नसरीन को लॉकडाउन के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि सभी लोकल मार्केट बंद थी. ऐसे में उनके पिता भी स्टील के बर्तन बेचकर गुजारा करते थे लेकिन कोरोना ने उनका धंधा भी चौपट कर दिया.
जैसे ही खो खो फेडरेशन के अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत नसरीन के खाते में 1 लाख रूपये का योगदान दिया. फेडरेशन के सेक्रेटरी एमएस त्यागी ने कहा कि, हम हर समय अपने खिलाड़ियों की मदद के लिए आगे आने के लिए तैयार हैं. कोई भी खिलाड़ी अगर मदद का हकदार है तो हम जरूरत उसकी मदद करेंगे. ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे हालात में एक नेशनल खिलाड़ी को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.