नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के झाबुआ के आदिवासी इलाके के एक पशु-चिकित्सा वैज्ञानिक ने टीम इंडिया और विराट कोहली के लिए एक डाइट बताई है जो मांसपेशियों को बढाएगा और कोलेस्ट्रॉल को कम रखेगा. जी हां इस डाइट का नाम है कड़कनाथ. ये पक्षी एक प्रकार का मुर्गा ही होता है जिसमें आइरन की मात्रा काफी ज्यादा होती है तो वहीं इस मुर्गे का मीट और खून काले रंग का होता है.
मध्यप्रदेश को हाल ही में GI टैग मिला है यानी की अब ये पक्षी सिर्फ मध्यप्रदेश में ही पाया जाता है. इससे पहले ये मुर्गा विलुप्त होने की कगार पर था. लेकिन अब झाबुआ में मुर्गी पालन का व्यापार दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है. जिससे इनकी तादाद अब बढ़ रही है. इन मुर्गों को ज्यादातर मुंबई और दिल्ली के 5 सितारा होटलों में भेजा जाता है, जो एक बिजनेस के साथ कमाई का जरिया भी है. कृषि विज्ञान केंद्र ने बीसीसीआई को एक चिट्ठी ट्वीट की जिसमें विराट कोहली और टीम के लिए कड़कनाथ के बारे में बताया गया है.
चिट्ठी को वीके के हेड डॉ. एस तोमर ने लिखा हैं. उन्होंने कहा कि, 'मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि विराट कोहली और बाकी की टीम अपनी डाइट में ग्रिल्ड चिकन का सेवन करती है. लेकिन इस चिकन में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी ज्यादा होती है तो वहीं फैट भी. इसलिए आप लोगों को इसे पहले ही बंद कर शाकाहारी भोजन का सेवन शुरू कर देना चाहिए था.'
डॉ. तोमर ने झाबुआ के कड़कनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि ये भारतीय टीम के लिए सबसे अच्छी डाइट है. उन्होंने कहा कि नेशनल रिसर्च सेंटर भी अपनी लैब रिपोर्ट में इस बात का दावा कर चुका है. उन्होंने आगे कहा कि, ये एक ऐसा मुर्गा है जिसमें 1.94 प्रतिशत फैट होता है जो दूसरे मुर्गों में 25 प्रतिशत होता है. वहीं कोलेस्ट्रॉल लेवल इसमें 59mg होता हो तो वहीं दूसरे मुर्गों में ये मात्रा 218mg होती है.
बता दें कि कड़कनाथ भिल और भिलाई समुदाय के लिए एक नियमित डाइट है जिसे लोग 'काली मासी' कहते हैं. डॉ. तोमर ने कहा कि अगर उन्हें बीसीसीआई की तरफ से उनकी चिट्ठी का कोई जवाब आता है तो वो कड़कनाथ के बारे में और जानकारी देने के लिए तैयार हैं.