Mohammed Shami Coach on MS Dhoni: एमएस धोनी पिछले दिनों चर्चा में रहे हैं, दोबारा CSK की कप्तानी उनके कंधों पर आ गई है और लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैच में उन्होंने 11 गेंद में 26 रनों की तूफानी पारी खेल महफिल लूटी थी. पूरा भारतवर्ष उनकी तारीफ करने में लगा है, इस बीच मोहम्मद शमी के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी ने भी धोनी का लोहा माना है. उनका कहना है कि क्रिकेट इतिहास में धोनी ने जो प्रदर्शन किया है, उसे कोई दोहरा नहीं पाया है. सिद्दीकी ने बताया कि धोनी बहुत अच्छे इंसान हैं और स्वीकार भी किया कि 'थाला' ने बहुत क्रिकेटरों को ऊंचे मुकाम पर पहुंचने में मदद की है.

रवींद्र जडेजा को बनाया सुपरस्टार खिलाड़ी

शमी के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी ने आगे कहा कि धोनी ने रवींद्र जडेजा को भी बड़ा खिलाड़ी बनाया है. वो कहते हैं कि करियर के शुरुआती दिनों में जडेजा को बहुत कम लोग जानते थे, लेकिन धोनी ने उन्हें अपनी छत्रछाया में लेकर अच्छा परफॉर्म करने में मदद की, उसी का नतीजा है कि जडेजा आज भारत ही नहीं विश्व क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक हैं.

विश्व क्रिकेट को मोहम्मद शमी जैसा महान गेंदबाज देने वाले बदरुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि दुनिया में बहुत से कप्तान हुए लेकिन किसी ने धोनी की तरह खिलाड़ी नहीं बनाए, वो टीम को जिताने या हराने के लिए खेले हैं लेकिन कप्तान वही बेहतरीन होता है जो टीम बनाता है और धोनी ने ऐसा ही किया है. महेंद्र सिंह धोनी हमेशा अपने खिलाड़ियों को सपोर्ट करते रहे हैं, यही वजह है कि उनके साथ खेलने वाले प्लेयर उनके पैर छूते हैं.

बच्चों की टीम लेकर भी जीत जाएंगे धोनी

धोनी पर पहले ही फिल्म बन चुकी है, जिसका नाम 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' है. सिद्दीकी का कहना है कि धोनी पर आगे भी कई फिल्में बनेंगी और अगर उनपर किताब लिखी जाएगी तो उसमें पन्नों की भरमार होगी. सिद्दीकी ने दावा किया कि धोनी अगर बच्चों को साथ लेकर खेले तो भी टीम को जीत दिला देंगे. धोनी से लोगों की भावनाएं इसलिए भी जुड़ी हैं क्योंकि वो बहुत छोटे परिवार से आते थे, शुरू में परेशानियां उठाईं, रेलवे में नौकरी की और परेशानियों का सामना करते हुए भारत को वर्ल्ड कप जिताया था.

धोनी आईपीएल में भी अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को चैंपियन बना चुके हैं. हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में आज उनके करोड़ों फैन हैं. धोनी की अलग सोच उन्हें क्रिकेट का महान खिलाड़ी बनाती है, जो धोनी कर सकते हैं वह कोई और खिलाड़ी नहीं कर सकता है. धोनी आज 43 की उम्र में भी इतनी तेजी से स्टंपिंग करते हैं और कप्तानी में भी वो अपने फैसलों पर कायम रहते हैं. दूर की सोच रखने के कारण ही वो अपनी कप्तानी में टीमों को ढ़ेरों जीत दिला पाए हैं.

यह भी पढ़ें:

Rohit Sharma Wankhede: रोहित के नाम पर वानखेड़े में बनेगा स्टैंड, मिल गई है मंजूरी! चैंपियंस ट्रॉफी जीत के बाद बड़ा फैसला