इंडियन प्रीमियर लीग सीजन 13 में धोनी की टीम की मुश्किलें कम होने का नाम का नहीं ले रही है. सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले गए मैच में चेन्नई सुर किंग्स को 8 रन से हार का सामना करना पड़ा. 19 साल के युवा बल्लेबाज प्रियम गर्ग के नाबाद 51 रनों के दम पर 20 ओवरों में पांच विकेट गंवा कर 164 रनों का स्कोर खड़ा किया. सीएसके कभी भी इस लक्ष्य के करीब पहुंचती हुई दिखाई नहीं दी और अंत में टीम 5 विकेट के नुकसान पर 157 रन ही बना पाई. सीएसके की टूर्नामेंट में यह लगातार तीसरी हार है.


पिछले मैच में मिली जीत से उत्साहित डेविड वार्नर ने टॉस जीत पहले बल्लेबाजी चुनी. वार्नर का फैसला पहले ओवर में ही गलत साबित होता दिखाई दे रहा था. दीपक चाहर ने अपनी इनस्विंग से टीम को जॉनी बेयरस्टो (0) का विकेट पहले ही ओवर में दिला दिया.


ठाकुर ने पैर जमाते दिख रहे मनीष पांडे (29) को आठवें ओवर में बोल्ड कर हैदराबाद का स्कोर 47/2 कर दिया. कुछ यही हाल हैदराबाद के वार्नर (28) का हुआ और वह भी अपनी अच्छी शुरुआत को लंबी नहीं ले जा पाए. पीयूष चावला की गेंद पर डु प्लेसिस ने उनका बाउंड्री पर लाजवाब कैच पकडा. हैदराबाद को अगली गेंद पर एक और झटका लगा.


युवा बल्लेबाज प्रियम के साथ हुई गलतफहमी के चलते रायडू और धोनी ने मिलकर केन विलियम्सन को (9) को रन आउट कर दिया. प्रियम ने फिर इस गलती का भुगतान अर्धशतकीय पारी खेल किया. अंत में उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को समझा और टीम को एक सम्मानजनक स्कोर दिया. उनके साथ अभिषेक शर्मा भी अच्छी पारी खेलेत हुए 24 गेंदों में चार चौके और एक छक्का मारा. प्रियम और अभिषेक ने 77 रनों की साझेदारी की.


युवा बल्लेबाज प्रियम गर्ग के नाबाद 51 रनों के दम पर 20 ओवरों में पांच विकेट गंवा कर 164 रनों का स्कोर खड़ा किया. हैदराबाद की गेंदबाजी के हिसाब से यह स्कोर अच्छा था जिसका वो बचाव कर सकती थी और उसने किया भी यही.


काम नहीं आई धोनी की पारी


चेन्नई को लेकिन अच्छी शुरुआत नहीं मिली थी. 42 रनों पर उसने अपने चार विकेट- शेन वाटसन (1), अंबाती रायडू (8) और फाफ डु प्लेसिस (22), केदार जाधव (3) खो दिए थे. यहां से जडेजा और धोनी ने 72 रनों की साझेदारी कर टीम को मैच में बनाए रखा था, लेकिन इन दोनोंकी कोशिश अंजाम तक नहीं पहुंच सकी.


आखिरी के तीन ओवरों में चेन्नई को 63 रनों की जरूरत थी. जडेजा ने अपना पहला आईपीएल अर्धशतक जमाया लेकिन 18वें ओवर की चौथी गेंद पर वो आउट हो गए. उनके स्थान पर आए सैम कुरैन (नाबाद 15) ने आते ही छक्का मारा. अगले ओवर में हैदराबाद को झटका क्योंकि उसके सबसे अनुभवी गेंदबाज और डेथ ओवरों के स्पेशलिस्ट भुवनेश्वर कुमार 19वें ओवर की दूसरी गेंद फेंकते हुए चोट लग गई और वो बाहर चले गए.


आखिरी ओवर में 28 रन चाहिए थे. वार्नर के पास विकल्प नहीं थे इसलिए उन्होंने यह ओवर युवा अब्दुल समद को दिया. उन्होंने पहली गेंद वाइड डाल दी जिस पर चौका चला गया. इस गेंद पर पांच रन आए. अब छह गेंदों में 23 रन चाहिए थे. पांचवी गेंद पर धोनी ने चौका, तीसरी गेंद पर धोनी ने एक रन लिया और स्ट्राइक कुरैन को दी. कुरैन ने भी एक रन लिया और चेन्नई को दो गेंदों पर 15 रन चाहिए थे जो बने नहीं.


रवींद्र जडेजा ने 50 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नाबाद 47 रन की पारी जरूरी खेली, लेकिन ये दोनों पारियां सीएसके की हार का सिलसिला तोड़ने में नाकाफी साबित हुई.


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