इंडियन प्रीमियर लीग का 14वां सीजन सितंबर में दोबारा शुरू होने जा रहा है. आईपीएल में हिस्सा लेने वाले कई विदेशी खिलाड़ी इस सीजन में दोबारा खेलने से इंकार कर चुके हैं. बीसीसीआई ने हालांकि साफ कर दिया है कि विदेशी खिलाड़ियों के हटने से टूर्नामेंट पर कोई असर नहीं पड़ने वाला. बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि टूर्नामेंट तो हर हाल में होकर रहेगा, चाहे विदेशी खिलाड़ी आएं या नहीं.


विदेशी खिलाड़ियों के पीछे हटने का असर आईपीएल टीमों पर पड़ना तय माना जा रहा है. पैट कमिंस, बेन स्टोक्स, बटलर, कुरैन और मोईन अली जैसे विदेशी खिलाड़ी अगर आईपीएल 14 में नहीं खेलते हैं तो टीमों का बैलेंस बुरी तरह से बिगड़ जाएंगे.


बीसीसीआई की नज़र हर हाल में टूर्नामेंट को पूरा करवाने पर है. राजीव शुक्ला ने कहा, ''विदेशी खिलाड़ियों के मुद्दे पर बात हुई है. लेकिन हमारा टारगेट सिर्फ आईपीएल को पूरा करवाने पर है. अगर विदेशी खिलाड़ी आते हैं तो यह अच्छा होगा. लेकिन टूर्नामेंट तो हर हाल में पूरा होकर ही रहेगा.''


अपनी नीति के साथ आगे बढ़ेगा बीसीसीआई


बीसीसीआई ने आईपीएल को बिना विदेशी खिलाड़ियों के ही खेले जाने का पूरा मन बना लिया है. राजीव शुक्ला ने आगे कहा, ''कई विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध नहीं हैं. लेकिन हमारी नीति है कि जो उपलब्ध है उसके साथ ही टूर्नामेंट को आगे बढ़ाया जाए और हम इसका पूरी तरह से पालन करेंगे.''


बता दें कि इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन की शुरुआत 9 अप्रैल से हुई थी. लेकिन मई के पहले हफ्ते में एक साथ कई खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की वजह से टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया गया.


आईपीएल का 14वां सीजन हालांकि 17 सितंबर से यूएई में दोबारा शुरू होने की संभावना है. लेकिन इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी सितंबर में इंटरनेशनल शेड्यूल की वजह से व्यस्त रहेंगे.


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