नई दिल्ली: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को इस आईपीएल में खराब शुरूआत मिली थी तो वहीं राजस्थान रॉयल्स एक यूनिट की तरह खेल नहीं पाई. किंग्स इलेवन पंजाब का प्रदर्शन भी लाजवाब नहीं रहा. जबकि कोलकाता नाइट राइडर्स को बीच में ही झटका लग गया. सनराइजर्स हैदराबाद डेविड वॉर्नर के बाद जाते ही गिर गई. दिल्ली कैपिटल्स इस आईपीएल की सबसे बेहतरीन युवा टीम साबित हुई. जिसका भविष्य अब काफी अच्छा है.


2 महीने 59 मैचों के बाद चेन्नई और मुंबई के बीच सिर्फ एक आईपीएल ट्रॉफी बचती है. जो जीता वही सिकंदर. हैदराबाद में आज दोनों टीमों के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. चेन्नई और मुंबई दोनों अभी तक तीन- तीन बार आईपीएल खिताब पर कब्जा कर चुकी हैं. चेन्नई सात बार फाइनल खेल चुकी है तो वहीं मुंबई 4 बार. बता दें कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब लोकसभा चुनाव के दौरान ही आईपीएल फाइनल का आयोजन किया जा रहा है. वहीं टीम इंडिया के सेलेक्शन को लेकर भी एमएसके प्रसाद और विराट कोहली ने इस बात का एलान कर दिया है कि आईपीएल के प्रदर्शन के दम पर सेलेक्शन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.


प्रेशर


शुक्रवार को वाइजैग में पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान एमएस धोनी ने क्यूरेटर्स और ग्राउंड स्टाफ पर निशाना साधा था. सुपर किंग्स भले ही फाइनल में पहुंच चुकी है लेकिन कप्तान खुश नहीं है. धोनी ने कहा था कि,'' अगर ग्राउड्समैन थोड़ा और पानी डालते तो ये काफी अच्छा रहता.''  लो स्कोरिंग गेम हमेशा से ही शानदार हुए हैं. लेकिन फाइनल जो टीम टॉस जीतेगी उसके लिए फायदेमंद होगा. दो साल पहले हैदराबाद के स्टेडियम में ही मुंबई ने राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के खिलाफ 129 रनों के लो स्कोर डिफेंड कर लिया था. लेकिन आज के मैच में ऊप्पल क्यूरेटर और ग्राउंड स्टॉफ पिच को लेकर जरूर प्रेशर में होंगे.


बता दें कि इसी पिच पर राजस्थान के खिलाफ हैदराबाद ने 199 रनों के टारगेट को चेस कर लिया था. धोनी ने कहा है कि 7:30 बजे अगर मैच शुरू होता है तो ये थोड़ा अलग होगा और ग्राउंड्समैन के लिए ये एक चैलेंज हो सकता है कि बाद में जाकर पिच कैसे प्रदर्शन करती है.


दोनों टीमों के पास अनुभव


प्रोफेश्नल खेल में अनुभव ही युवा खिलाड़ियों से आपको अलग करता है और चेन्नई और मुंबई दोनों ही ऐसी टीमें हैं जिनके पास बेहतरीन अनुभव है. ये चेन्नई का आठवां फाइनल होगा तो वहीं मुंबई का पांचवा. क्वालिफायर दो में फाफ डुप्लेसी और शेन वॉटसन ने इंटरनेशनल अनुभव को दिखाया और टीम को आगे बढ़ाया. लेकिन मुंबई में एक खिलाड़ी ऐसा है जिसके बाद घेरेलू क्रिकेट का शानदार अनुभव है. हालांकि अभी तक ये खिलाड़ी टॉप पर नहीं पहुंच पाया है. यहां हम बात कर रहे हैं सूर्यकुमार यादव की.


यादव इस सीजन में मुंबई की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं जहां 15 मैचों में उनके कुल 409 रन है. चेन्नई के खिलाफ वो 71 रनों पर नॉटआउट रहे थे. वहीं कोलकाता के खिलाफ उन्होंने शानदार 27 गेंदों में 46 रनों की पारी खेली थी.


इन दोनों पारियों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आज के फाइनल में ये खिलाड़ी चमत्कार कर सकता है. अगर ऐसा होता है तो चेन्नई के अनुभवी खिलाड़ी इन्हें कैसे रोकते हैं ऐसा देखने लायक बनेगा.