साल 2007 वर्ल्ड कप का फाइनल शायद ही कोई भारतीय फैन कभी भुला पाएगा. 1983 वर्ल्ड कप जीत के बाद टीम इंडिया ने पहली बार टी20 फॉर्मेट में कोई वर्ल्ड कप जीता था. 'गेंद हवा में हैं और श्रीसंत ने ये कैच ले लिया. भारत की जीत', ये बोल रवि शास्त्री के थे जो उस दौरान कमेंट्री कर रहे थे. 2007 वनडे वर्ल्ड कप में बुरी हार के बाद टीम इंडिया ने आखिरकार टी20 फॉर्मेट के वर्ल्ड कप पर कब्जा कर लिया था.


पाकिस्तान को 4 गेंदों में 6 रनों की जरूरत था जहां अंतिम विकेट मिस्बाह उल हक का था. मिस्बाह स्कूप शॉट खेलने जा रहे थे तभी जोगिंदर शर्मा की गेंद पर बाउंड्री पर खड़े श्रीसंत ने कैच को अपने हाथों में थाम लिया. और भारत अंत में ये मैच 5 रनों से जीत गया. बीबीसी के दूसरा पॉडकास्ट में बात करते हुए टीम इंडिया के बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा उस टीम में शामिल थे जिसने 2007 का वर्ल्ड कप जीता था. उन्होंने श्रीसंत के उस स्पेशल कैच के बारे में बताया.


उथप्पा ने कहा कि, ओवर के शुरूआत में मैं लॉग ऑन पर था. मुझे याद है कि जोगी गेंद डाल रहा था और उसने पहली ही गेंद वाइड डाल दी. मै 15वें ओवर से ही दुआ कर रहा था कि हम बस ये मैच जीत जाए. जोगी ने वाइड के बाद दूसरी गेंद पर छक्का खा लिया. ऐसे में पाकिस्तान के पास पूरा मौका था लेकिन यहां बस मैं ये मना रहा था कि मेरी टीम जीत जाए. मिस्बाह ने इसके बाद स्कूप शॉट खेला जो काफी ऊंची गई. मुझे पता था कि वो ज्यादा दूर नहीं जा रही. मैंने फिर देखा कि फिल्ड पर कौन है. इस दौरान वहां श्रीसंत थे. टीम के अंदर सभी को पता था कि श्रीसंत कैच छोड़ते हैं और बेहद आसान कैच भी वो नहीं पकड़ पाते.


इसके बाद मैंने जैसे ही देखा कि वो कैच श्रीसंत के हाथों में फंस गई. इसके तुरंत बाद मैं विकेट की तरफ भागने लगा. हम जीत चुके थे. अगर आप उस कैच को देखेंगे तो वो गेंद जैसे ही श्रीसंत के हाथों में गई श्रीसंत हंसने लगे थे. उथप्पा ने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि किस्मत की वजह से हम वो वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हो पाए थे.