इंग्लैंड क्रिकेट को एक बड़ा झटका लगा है. पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के पूर्व सीईओ ह्यू मौरिस का 62 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. वह पिछले कुछ वर्षों से आंतों के कैंसर से लड़ रहे थे. उनके निधन की पुष्टि वेल्स की काउंटी टीम ग्लेमोर्गन ने एक आधिकारिक बयान जारी कर की. मौरिस न सिर्फ एक सफल बल्लेबाज थे, बल्कि क्रिकेट प्रशासन में भी उनका योगदान यादगार रहा.
कम उम्र में किया डेब्यू
ह्यू मौरिस 1963 में कार्डिफ में पैदा हुए थे. उन्होंने महज 17 साल की उम्र में ग्लेमोर्गन के लिए खेलना शुरु किया और अगले 17 सीजन तक उसी टीम के लिए खेलते रहे. सलामी बल्लेबाज के तौर पर मौरिस अपनी तकनीक, धैर्य और निरंतरता के लिए जाने जाते थे. 1997 में उन्होंने ग्लेमोर्गन को काउंटी चैंपियनशिप जिताने में अहम भूमिका निभाई और उसी साल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया.
25 हजार से ज्यादा रन
ह्यू मौरिस का घरेलू क्रिकेट करियर शानदार रहा. उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 19,785 रन बनाए, जिसमें 53 शतक और 98 अर्धशतक शामिल रहे. इस दौरान उनका औसत 40 से ज्यादा का था, जो उनकी क्लास को दर्शाता है. वहीं लिस्ट-ए क्रिकेट में उन्होंने 8,606 रन बनाए और 14 शतक जड़े. कुल मिलाकर उनके नाम 25 हजार से अधिक रन दर्ज हैं. हालांकि, उन्हें इंग्लैंड के लिए सिर्फ तीन टेस्ट खेलने का मौका मिला और वनडे टीम में जगह नहीं मिल सकी.
विव रिचर्ड्स और रवि शास्त्री के रहे टीममेट
ह्यू मौरिस ने कई दिग्गजों के साथ क्रिकेट खेला. ग्लेमोर्गन में उनकी कप्तानी के दौरान रवि शास्त्री भी टीम का हिस्सा रहे. मौरिस के निधन पर रवि शास्त्री ने सोशल मीडिया पर भावुक संदेश लिखा और उन्हें एक ईमानदार खिलाड़ी व शानदार इंसान बताया. इससे पहले विव रिचर्ड्स जैसे महान खिलाड़ी भी ग्लेमोर्गन के लिए खेल चुके हैं, जिससे इस टीम का इतिहास और भी खास बनता है.
क्रिकेट प्रशासन में भी निभाई बड़ी भूमिका
संन्यास के बाद ह्यू मौरिस ने क्रिकेट प्रशासन में कदम रखा. 2007 से 2013 तक वह इंग्लैंड टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर कार्यरत रहे. उनके कार्यकाल में इंग्लैंड ने तीन एशेज सीरीज जीतीं और 2010 का टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया. इसके बाद उन्होंने ECB में सीईओ समेत कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं. 2013 में वह ग्लेमोर्गन के सीईओ बने और टीम को आर्थिक संकट से बाहर निकालने में बड़ी भूमिका निभाई.
ग्लेमोर्गन के मौजूदा सीईओ डैन चेरी ने ह्यू मौरिस को एक महान खिलाड़ी, मेहनती प्रशासक और बेहद ईमानदार इंसान बताया. क्रिकेट जगत में उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा.