ENGvNZ: क्रिकेट विश्व कप का फाइनल जिस नाटकीय अंदाज में खत्म हुआ उसे देखकर कई दर्शकों की सांसे रुक गई. इतना रोमांचक फाइनल मुकाबला शायद ही उन्होंने इतिहास में पहले कभी देखा होगा. मेजबान इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच यह खिताबी मैच क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लंदन के लॉर्ड्स मैदान में खेला गया. पहले मैच टाई पर छूटा. ऐसा पहली बार हुआ जब कोई विश्व कप फाइनल मैच टाई रहा है. इसके बाद नियमों के मुताबिक सुपर ओवर का खेल हुआ.


क्या हुआ मैच में


इस मैच में इंग्लैंड को जीतने के लिए न्यूजीलैंड से 242 रनों की चुनौती मिली थी, लेकिन बेन स्टोक्स की नाबाद 84 और जोस बटलर की 59 रनों की पारियों के बाद भी इंग्लैंड 50 ओवरों में 241 रनों पर ऑल आउट हो गई और दोनों टीमों का स्कोर टाई रहा. मैच सुपर ओवर में गया. यह विश्व कप का पहला फाइनल था जो सुपर ओवर में गया और यहीं मैच का असल रोमांच और नाटक शुरू हुआ. इंग्लैंड ने सुपर ओवर में 15 रन बनाए और कीवी टीम के सामने 16 रनों का लक्ष्य रखा. सुपर ओवर में न्यूजीलैंड जीतती दिख रही थी. उसे आखिरी गेंद पर दो रन चाहिए थे लेकिन बना एक रन और स्कोर बराबर हो गया. ऐसे में इंग्लैंड को इस मैच में न्यूजीलैंड से ज्यादा बाउंड्रीज लगाने के कारण जीत मिली.


आखिरी ओवर का रोमांच


इंग्लैंड को आखिरी ओवर  में जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी. सामने न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट के हाथों में गेंद थी. यहां न्यू जीलैंड का पलड़ा भारी नजर आ रहा था. हर गेंद के साथ धड़कनें बढ़ती गईं और हर गेंद के साथ पलड़ा एक-दूसरी तरफ जाती रही. आइए हर गेंद का रोमांच देखते हैं.


पहली गेंद


बोल्ट ने पहली गेंद बेन स्टोक्स को डाली. यह गेंद ऑफ स्टंप के बाहर यॉर्कर गेंद थी. स्टोक्स ने शॉट खेला लेकिन गेंद सीधा एक्स्ट्रा कवर के हाथ में गई और विलियमसन ने गेंद को फील्ड किया. कोई रन नहीं बना अब 5 गेंदों पर 16 रनों की जरूरत थी.


दूसरी गेंद
बोल्ट ने अब आखिरी ओवर की दूसरी गेंद स्टोक्स को कराई और परिणाम पहले जैसा ही रहा. इस गेंद पर भी कोई रन नहीं बन पाया. यह गेंद भी ऑफ स्टंप के बाहर यॉर्कर लेंथ की गेंद थी. इस बार फिर विलियमसन ने गेंद को फील्ड किया.


तीसरी गेंद

आखिरी ओवर की पहली दो गेंदों पर कोई रन नहीं बन पाया था. अब इंग्लैंड को 4 गेंदों पर 16 रनों की जरूरत थी. मैच का तीसरा गेंद बोल्ट ने स्टोक्स को कराया. इस गेंद पर स्टोक्स मिडविकेट की ओर शॉट खेला और गेंद सीमा रेखा के बाहर पहुंचा दी. मैच की तीसरी गेंद पर स्टोक्स ने छक्का जड़ दिया. इस बार बोल्ट यॉर्कर से चूक गए और गेंद भी स्लो थी. अब बाकी बचे तीन गेंदों में इंग्लैंड को खिताब जीतने के लिए 10 रन और बनाने थे.


चौथी गेंद


इस गेंद ने मैच का रुख पलट दिया. या यूं कहें कि न्यूजीलैंड से मुंह से जीत छिन ली. इस गेंद पर छह रन आए (02+ओवर थ्रो के 4) और वो भी अलग तरीके से. गप्टिल ने मिडविकेट बाउंड्री से डारेक्ट सीधा थ्रो किया. स्टोक्स ने छलांग लगाकर क्रीज में पहुंचने का प्रयास किया. गेंद उनके बल्ले से लगकर थर्डमैन बाउंड्री की ओर गई. अब आखिरी के दो गेंदों पर इंग्लैंड को जीत के लिए 4 रनों की जरूरत थी.


पांचवीं गेंद


इस गेंद पर स्टोक्स ने गेंद को लॉन्ग ऑफ पर खेला. पहलपा रन लेने के बाद वह दूसरा रन लेने के लिए दौड़े लेकिन सैंटनर ने सीधा थ्रो बोल्ट के हाथ में फेंका और उन्होंने आसानी से गिल्लियां उखाड़ दीं. स्टोंक्स के साथ दूसरे छोड़ पर खड़े आदिल रशीद बिना गेंद खेले रन आउट हो गए. इस गेंद पर मात्र एक रन बन पाया. अब इंग्लैंड को आखिरी गेंद पर जीत के लिए 2 रनों की जरूरत थी और स्ट्राइक पर स्टोक्स थे.


छठी गेंद


छठी गेंद पर इंग्लैंड एक रन ही बना पाया और नए बल्लेबाज वुड रन आउट हो गए. स्टोक्स एक बार फिर दूसरे रन के लिए दूसरे रन के लिए भागे थे. इसके साथ ही मैच टाई होकर आखिरी ओवर में चल गया.


सुपर ओवर में का रोमांच


सुपर ओवर में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 16 रनों का लक्ष्य दिया.  जवाब में न्यजीलैंड की टीम सिर्फ 15 रन बना पाई और मैच फिर टाई हो गया..


सुपर ओवर में न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी

गेंद     रन         बल्लेबाज

1    (वाइड) 1   नीशम

1      2             नीशम

2     6            नीशम

3    2             नीशम

4   2             नीशम

5   1              नीशम

6   1 (रन आउट)   गप्टिल



सुपर ओवर में भी स्कोर बराबर रहे तो फाइनल मुकाबले में ज्यादा बाउंड्री लगाने के कारण इंग्लैंड विजेता बना. पूरे मैच में इंग्लैंड ने 26 बाउंड्री लगाई जबकि न्यूजीलैंड की टीम 17 बाउंड्री ही लगा पाई. दरअसल सुपर ओवर में मुकाबला बराबर होने की स्थिति में बाउंड्री काउंट होता है.

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