Yuvraj Singh On Sourav Ganguly: अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है. लेकिन खिलाड़ियों के लिए जब यह सपना हकीकत में तब्दील होता है तो जोश के साथ ही घबराहट भी रहती है. पूर्व दिग्गज भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. साल 2000 में जब युवराज ने अपना डेब्यू किया तो उस मैच से पहले वो पूरी रात सो नहीं पाए.

मैच के दिन कप्तान गांगुली ने बताया कि यह मजह एक मजाक था

दरअसल, साल 2000 के चैंपियन ट्रॉफी मैच में युवराज सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया. डेब्यू मैच से पहले कप्तान सौरव गांगुली ने युवराज से कहा कि क्या वह ओपनर बैट्समैन के तौर पर खेलने को तैयार हैं. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि अगर आप ऐसा चाहते हैं तो मैं जरूर करूंगा. युवराज ने आगे बताया कि सौरव गांगुली की इस बात के बाद उन्हें पूरी रात नींद नहीं आई. हालांकि, दूसरे दिन सुबह मैच से गांगुली ने युवी से कहा कि मैं बस मजाक कर रहा था. सचिन के साथ ओपनिंग मैं खुद करूंगा.

युवराज ने खेली 84 रनों की शानदार पारी

चैंपियन ट्रॉफी के उस नॉकआउट मैच में टीम इंडिया के सामने ऑस्ट्रेलिया की टीम थी. टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 265 रन बनाए. वहीं, युवराज सिंह ने 84 रनों की शानदार पारी खेली. युवी ने उस मैच के बारे में बात करते हुए कहा कि मैं 5वें नंबर बल्लेबाजी करने आया था और उस वक्त बेहद तनाव में था. उन्होंने आगे कहा कि उस मैच में उसके सामने ग्लेन मैक्ग्रा, जेसन गिलेस्पी, ब्रेट ली जैसे गेंदबाज थे. साथ ही युवी को कंगारू खिलाड़ियों की स्लेजिंग का भी सामना करना पड़ा था.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस मैच में 84 रन बनाने के साथ ही युवी ने माइकल बेवन को रन आउट भी किया. उस नॉकआउट मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. युवराज को बेहतरीन खेल के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया. सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को हराया. लेकिन फाइनल मैच में कप्तान गांगुली के शतक बावजूद न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.

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