Wicketkeeper Batter Dhruv Jurel: ध्रुव जुरेल ने राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट के ज़रिए भारतीय के लिए बतौर विकेटकीपर बैटर डेब्यू किया था. डेब्यू टेस्ट की इकलौती पारी में उन्होंने 46 रन स्कोर किए थे. फिर रांची में खेले गए चौथे टेस्ट में जुरेल ने दोनों पारियों में शानदार बैटिंग कर भारत को जीत दिलाने में अहम योगदान दिया. रांची टेस्ट के बाद जुरेल ने विकेटकीपर बैटर केएस भरत और ईशान किशन के टेस्ट करियर पर 'ग्रहण' ज़रूर लगा दिया है. 

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शानदार प्रदर्शन कर जुरेल ने कहीं न कहीं भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है. उन्होंने केएस भरत के मुकाबले में अच्छी बैटिंग और विकेटकीपिंग की. वहीं ईशान किशन ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ से नाम वापस लिया था, जिसके बाद से उन्हें अब तक किसी भी फॉर्मेट की सीरीज़ में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया. ऐसे में जुरेल की टेस्ट टीम में जगह लगभग पक्की दिख रही है.  

रांची टेस्ट में जीता दिल

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रांची में खेले गए चौथे टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया और 353/10 रन बोर्ड पर लगाए. फिर पहली पारी में बैटिंग के लिए उतरी टीम इंडिया खस्ता हालत में दिखी. भारत ने 177 रन के स्कोर पर 7 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन इस दौरान क्रीज़ पर मौजूद ध्रुव जुरेल ने 90 रनों की पारी खेल टीम इंडिया को 307 रन के स्कोर पर पहुंचाने में अहम योगदान दिया. फिर दूसरी पारी में जब टीम इंडिया लक्ष्य का पीछा कर रही थी, तब जुरेल ने 39* रन बनाकर जीत दिलाने में मदद की थी.  

भारत ने 192 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 120 के स्कोर पर पांच विकेट गंवा दिए थे, जिसके बाद शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल ने छठे विकेट के लिए 72* (136 गेंद) रनों की साझेदारी कर बड़ा योगदान दिया. 

 

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