What is ICC Concussion Substitute Rule: भारत ने चौथे टी20 मैच में इंग्लैंड को 15 रन से हराकर सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली है. टीम इंडिया की इस जीत में हर्षित राणा का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिन्होंने शिवम दुबे के रिप्लेसमेंट के तौर पर डेब्यू किया और 3 विकेट झटके. मगर अब सोशल मीडिया पर टीम इंडिया पर बेईमानी करने के आरोप लगाए जा रहे हैं. यहां आइए जानते हैं कि ICC का कन्कशन सब्सटीट्यूट रूल क्या होता है और इस पर कैसे अमल किया जाता है?

क्या होता है कन्कशन सब्सटीट्यूट रूल?

किसी कन्कशन की स्थिति में खिलाड़ी को रिप्लेस करना पड़ जाए तो ICC का नियम कहता है कि, "मैच रेफरी तभी कन्कशन के कारण रिप्लेसमेंट की मांग को स्वीकार करेगा जब लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट होगा. इसका मतलब ऐसे समझिए कि यदि कोई बल्लेबाज चोटिल होता है तो उसकी जगह बल्लेबाज को ही रिप्लेस किया जाएगा, गेंदबाज की जगह गेंदबाज." साफ शब्दों में कहें तो ऐसे खिलाड़ी को रिप्लेसमेंट के तौर पर लाया जाता है जिससे वह टीम बहुत अधिक फायदा ना उठा पाए.

नियमानुसार मैच रेफरी उसी परिस्थिति में कन्कशन रिप्लेसमेंट की मंजूरी दे सकता है, जब किसी प्लेयर को सिर या गर्दन के आसपास चोट लग जाए. रिप्लेसमेंट मेडिकल टीम द्वारा जांच के बाद ही किया जा सकता है. यदि कोई टीम कन्कशन के लिए रिप्लेसमेंट चाहती है तो उसे मैच रेफरी से मंजूरी लेनी होती है.

टीम इंडिया पर बेईमानी के आरोप

भारतीय टीम पर सोशल मीडिया पर बेईमानी के आरोप लग रहे हैं. एक व्यक्ति ने कहा कि एक ऑलराउंडर को ऑलराउंडर से ही रिप्लेस किया जाना चाहिए था. चूंकि शिवम दुबे एक ऑलराउंडर हैं, ऐसे में उन्हें एक फुल-टाइम गेंदबाज हर्षित राणा से रिप्लेस किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं किसी ने पूरी टीम इंडिया और विशेष रूप से हेड कोच गौतम गंभीर पर चीटिंग करने का आरोप लगाया.

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