विराट कोहली ने जीत के बाद कहा- कप्तान के लिए आपके नाम के आगे 'C' लगा होता है, मायने रखता हैं सामूहिक प्रयास
ABP News Bureau | 03 Sep 2019 08:52 AM (IST)
विराट ने जीत के बाद कहा, हमनें चार दिनों लगातार अच्छा क्रिकेट खेला जिसका नतीजा हमे मिला. कुछ पल कुछ अलग हुआ लेकिन हमारे लड़के लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते गए. विहारी के बेहतरीन प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं और फिर इसे ठीक करके बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
विराट कोहली की कप्तानी और टीम के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर यहां टीम इंडिया ने कल वेस्टइंडीज को दूसरे टेस्ट में मात देकर सीरीज पर 2-0 से कब्जा कर लिया. भारत ने वेस्टइंडीज को 257 रनों से हरा दिया. इस जीत के साथ कोहली के नाम अब 28 टेस्ट जीत भी हो चुके हैं जो किसी भारतीय कप्तान द्वारा सबसे ज्यादा है. इससे पहले ये रिकॉर्ड 27 जीत के साथ धोनी के नाम था. अब विराट ने धोनी का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जीत के बाद विराट ने अपना नाम न लेते हुए पूरी टीम को शाबासी दी और कहा कि ये जीत पूरी टीम के दमदार प्रदर्शन की वजह से ही हासिल हुई है. उन्होंने कहा, '' हमनें चार दिनों तक लगातार अच्छा क्रिकेट खेला जिसका नतीजा हमे मिला. कुछ पल कुछ अलग हुआ लेकिन हमारे लड़के लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते गए.'' कोहली ने मैच के बाद कहा, 'सबसे सफल टेस्ट कप्तान? यह हमारे पास जो टीम है, उसके कारण है. हमारे गेंदबाज शानदार हैं. शमी शानदार, इशांत ने अपना दिल बाहर निकालकर रख दिया. जडेजा ने लंबा गेंदबाजी स्पेल किया. कप्तानी तो सिर्फ आपके नाम के आगे (C) लिखा जाना है. यह सामूहिक प्रयास है.' आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर कोहली ने कहा, 'हमने दबदबा बनाते हुए जीत दर्ज की. हमने पिछले चार दिनों में काफी अच्छी क्रिकेट खेली. आप जिस तरह नतीजे चाहते हैं, वैसे मिले, वह महत्वपूर्ण हैं. हम कुछ उलझन भरी परिस्थितियों से भी गुजरे. मगर लड़कों ने काफी अच्छा खेल दिखाया. हमारे लिए यह चैंपियनशिप की शुरुआत है. जो भी पहले हुआ, अब वह संबंधित नहीं. हमारा ध्यान आगे लगातार बेहतर क्रिकेट खेलने पर लगा है.' बता दें कि हनुमा विहारी ने इस सीरीज में अपने आप को साबित किया है. विराट ने विहारी की तारीफ करते हुए कहा कि 'हनुमा इस मैच में सबसे बेहतरीन बल्लेबाज रहे. सभी लोगों ने योगदान दिया. इस मैच में समर्पण और प्रतिबद्धता देखने को मिली. पिच को देखते हुए विहारी की पारी लाजवाब थी. वह ऐसे शख्स थे, जो अपने खेल को लेकर विश्वास से लबरेज थे और वह दिखा भी. जब वह बल्लेबाजी कर रहे थे तो ड्रेसिंग रूम भी शांत था. यह गुण उनमें है. वह सुधार करने के लिए तैयार रहते हैं. अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं और फिर इसे ठीक करके बेहतर प्रदर्शन करते हैं. वह दिल से खेलते हैं. टीम के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. उनका अभी करियर शुरू हुआ है, लेकिन उन्होंने दर्शाया कि क्यों उन पर भरोसा दिया जा रहा है और टीम में चयन किया जा रहा है.'