विराट कोहली को लेकर चर्चा होती रहती है कि क्या वह 2027 ओडीआई वर्ल्ड कप में खेलेंगे या नहीं. वह टेस्ट और टी20 से पहले ही रिटायरमेंट ले चुके हैं, अब सिर्फ भारत के लिए वनडे फॉर्मेट में खेलते हैं. लेकिन उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जैसा फॉर्म दिखाया है, उससे उम्मीद जागी है कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक भी पूरे कर सकते हैं और सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं. इस चर्चा के बीच दिग्गज सुनील गावस्कर ने भी अपनी राय दी है, उनके अनुसार अगर ऐसा हो तो कोहली इस आंकड़े तक पहुंच सकते हैं.
विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया दौरा अच्छा नहीं रहा था, वह 2 मैचों में लगातार 'डक' आउट हुए थे . हालांकि तीसरे वनडे में उन्होंने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली, इस शानदार फॉर्म को उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीनों मैचों में जारी रखा. कोहली ने रांची ओडीआई में 135 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली.
विराट कोहली किसी एक फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बने थे, उन्होंने सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा था. सचिन ने टेस्ट में 51 शतक लगाए हैं. रायपुर में खेले गए दूसरे ओडीआई में शतक जड़कर कोहली के वनडे शतकों की संख्या 53 हो गई है.
सचिन के रिकॉर्ड पर क्या बोले सुनील गावस्कर
विराट कोहली ने तीसरे वनडे में 65 रनों की नाबाद पारी खेली, और अगर लक्ष्य बड़ा होता तो यकीनन कोहली का 54वां वनडे शतक देखने को मिलता. अगर ऐसा होता तो ये कोहली का 85वां इंटरनेशनल शतक होगा. दिग्गज सुनील गावस्कर मानते हैं कि अगर कोहली को पर्याप्त समय मिले तो वह सचिन का बड़ा रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. उन्होंने जियोसिनेमा पर बात करते हुए अपनी राय दी.
सुनील गावस्कर ने कहा 'क्यों नहीं? अगर विराट कोहली 3 साल और खेलते हैं तो यहां से उन्हें 16 शतक और चाहिए. जिस तरह वह खेल रहे हैं, उन्होंने 3 मैचों की सीरीज में 2 शतक जड़े हैं. आगे चलकर, अगर वह न्यूजीलैंड के खिलाफ भी 3 मैचों की सीरीज में 2 शतक लगते हैं तो वह 86 पर पहुंच जाएंगे. इसलिए उनके 100 तक पहुंचने की संभावना बड़ी है, बहुत अच्छी है.'
सबसे ज्यादा इंटरनेशनल शतक
- सचिन तेंदुलकर (भारत)- 100
- विराट कोहली (भारत)- 84*
- रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया)- 71
- कुमार संगाकारा (श्रीलंका)- 63
- जैक कालिस (दक्षिण अफ्रीका)- 62
सुनील गावस्कर ने विराट कोहली के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे वनडे में बनाए 65 रनों की पारी की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि वह दूसरी ही गेंद से प्रहार करने लगे थे, जबकि कोई भी लापरवाही भरा शॉट नहीं खेला.