पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपने शुरूआती दिनों में काफी घातक गेंदबाज थे. वो हर गेंद 150 की रफ्तार से फेंका करते थे. इस दौरान कई ऐसे बल्लेबाज थे जो उन्हें फ्रंट फुट पर आकर नहीं खेलना चाहते थे. अख्तर उस दौर में ऐसा बाउंसर और यॉर्कर गेंदे फेंका करते थे जिसे खेलना नामुमकिन सा लगता था.


अपनी गेंदबाजी और ब्रायन लारा को फेंकी गई एक गेंद को लेकर शोएब अख्तर ने कहा कि साल 2004 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान उन्होंने लारा को एक ऐसी गेंद फेंकी थी जिसके कारण उन्हें रिटायर होना पड़ा था. लेजेंड्री क्रिकेटर को बाउंसर लगने के बाद उन्हें रिटायर हर्ट होना पड़ा था. लारा को गले में गेंद लगी थी. इसके बाद अख्तर ने कहा कि भगवान का शुक्रिया कि उस गेंद की वजह से उनकी मौत नहीं हुई.

उन्होंने कहा, ''मैंने लारा को जो बाउंसर डाली थी वो उनके गले में जाकर लगी. इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. भगवान का शुक्र है कि उनकी मौत नहीं हुई क्योंकि गेंद उनके सिर से बस थोड़ी इंच ही दूर थी. अख्तर ने आगे कहा कि अगर गेंद उनके सिर पर लगती तो उनका सबकुछ बाहर आ जाता.''

बता दें कि लारा उस दौरान वेस्टइंडीज के कप्तान थे और जिस दौरान अख्तर की गेंद उन्हें लगी थी वो तबतक 30 रन बना चुके थे.