केपटाउन: लंबे समय बाद भारतीय टी-20 में वापसी करने वाले सुरेश रैना ने वनडे टीम में वापसी के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में रैना ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया. रैना को उम्मीद है कि वे अपने इस प्रदर्शन को आईपीएल में जारी रखेंगे.
टी-20 में वपासी के बाद रैना ने आक्रमक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और तीनों मैच में उसे जारी रखा. तीसरे मैच में रैना ने 27 गेंद में 43 रनों की पारी खेली जो टीम इंडिया की जीत लिए बेहद अहम साबित हुई. बल्लेबाजी के अलावा रैना गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रर्दशन किया और तीन ओवर के स्पेल में उन्होंने 27 रन देकर एक विकेट चटकाया जबकि दूसरी तरफ टीम के नियमित स्पिनर अक्षर पटेल काफी महंगे साबित हुए. रैना को इस ऑलराउंड खेल के लिए निर्णायक मुकाबले में मैन ऑफ द मैच चुना गया.
रैना को उनके इस प्रदर्शन का इनाम भी मिला और दूसरे ही दिन उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए चुना गया. रैना इस टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी होंगे.
भारतीय टीम मैनेजमेंट और कप्तान विराट कोहली ने टी-20 में रैना के लिए उनकी भूमिका तय कर दी है. टीम में रैना की जिम्मेदारी पावरप्ले के दौरान तेज गति से रन बनाने की है जिसमें वो सफल होते दिखे हैं.
मैच के बाद रैना ने कहा, ‘‘यह लम्हा (वापसी) मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है. यहां के बाद हम श्रीलंका और फिर आईपीएल में खेलेंगे. हमें काफी मैच खेलने हैं. मैं पहले भी वर्ल्डकप का हिस्सा रहा हूं और मैं 2011 में वर्ल्डकप जीतने वाली टीम का हिस्सा था. यह मेरा पहला वर्ल्डकप था और हमने खिताब जीता.’’
उन्होंने कहा, ‘‘वनडे फॉर्मेट की बात करूं तो पांचवें नंबर पर मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है. यह सिर्फ कुछ और मैचों का सवाल है और मुझे लगता है कि मैं दिखा सकता हूं कि मैं निश्चित तौर पर जल्द ही वनडे में वापसी कर सकता हूं.’’
आपको बता दे कि रैना ने अपना आखिरी वनडे मैच तीन साल पहले साल 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था जबकि साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 टीम में वापसी से पहले रैना इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टी-20 मैच खेले थे.