Cricket Memories: क्रिकेट के मास्टर ब्लास्टर कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा शतकें जड़ने वाले खिलाड़ी भी हैं. वे अपने 200 टेस्ट मैचों में केवल एक बार स्टंपिंग हुए हैं. आज (21 दिसंबर) ही के दिन 20 साल पहले उन्होंने पहली और आखिरी बार स्टंपिंग के जरिए अपना विकेट गंवाया था.


साल 2001 में इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर थी. तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले 2 मैचों में एक भारत के पक्ष में गया था और एक मुकाबला ड्रा हो गया था. तीसरा टेस्ट बेंगलुरु में खेला जा रहा था. भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड की पहली पारी 336 रन पर समेट दी थी. जवाब में इंग्लिश गेंदबाजों ने भी एक के बाद एक भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन भेजना शुरू कर दिया था. मैच के तीसरे दिन सचिन तेंदुलकर 90 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे. पारी का 73वां ओवर एश्ले गिल्स फेंक रहे थे. उनकी पांचवी गेंद पर सचिन ने आगे बढ़कर शॉट जमाना चाहा लेकिन गेंद बल्ले के ऊपर से निकलती हुई विकेटकीपर जेम्स फोस्टर के हाथों में चली गई. फास्टर ने फौरन स्टंपिंग कर सचिन को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया.






बारिश से प्रभावित यह टेस्ट ड्रा रहा था और सीरीज 1-0 से भारत के नाम हुई थी. सचिन तेंदुलकर 'मैन ऑफ दी सीरीज' चुने गए थे.


टेस्ट में बेस्ट हैं मास्टर ब्लास्टर सचिन
सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में 200 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने 53.78 की औसत से 15,921 रन बनाए हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 51 शतके हैं. सचिन के इन रिकॉर्ड्स के इर्द-गिर्द भी कोई बल्लेबाज नहीं हैं.