कोरोना वायरस की वजह से पिछले दो महीने से क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है. लॉकडाउन के कारण क्रिकेटर्स अपने घरों में ही कैद हैं और उन्हें प्रैक्टिस करने का मौका भी नहीं मिल रहा है. ऐसे में दोबारा क्रिकेट के मैदान पर वापसी करते हुए खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. टीम इंडिया के लिमिटिड ओवर के उपकप्तान रोहित शर्मा का भी मानना है कि क्रिकेट के मैदान पर वापसी से पहले खिलाड़ियों को दो हफ्ते का वक्त चाहिए. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी रोहित की बात से सहमति जाहिर की है.

रोहित ने शमी से इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा कि वह टीम के बाकी खिलाड़ियों से ज्यादा समय से ब्रेक पर हैं. रोहित ने कहा, "हमें बल्लेबाजी का ज्यादा समय मिलना चाहिए. मैं पहले से चोटिल था और तुम लोगों से पहले मुंबई आ गया था. मैं फरवरी में चोटिल हो गया था और मैंने तब से बल्ला नहीं पकड़ा है. मुझे लगता है कि खेलने से पहले हमें दो-तीन सप्ताह चाहिए होंगे. बल्लेबाजी पर फोकस करना बेहद जरूरी है."

शमी ने बताया खुद को फिट

कोरोना वायरस की वजह से कई क्रिकेट सीरीज रद्द हो चुकी हैं. इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आयोजन भी महामारी की वजह से नहीं हो पा रहा है. रोहित शर्मा का मानना है कि उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी में जाना चाहिए. रोहित ने कहा, "मुंबई में, मुझे नहीं लगता कि यह होगा और इसलिए मुझे लगता है कि लॉकडाउन के बाद मुझे ट्रेनिंग के लिए बेंगलुरू जाना चाहिए."

शमी ने कहा कि बल्लेबाजों की अपेक्षा गेंदबाजों को लय में आने में कम समय लगेगा. उन्होंने कहा, "मैं ट्रेडमिल पर भाग रहा हूं, इसलिए मेरी कमर का निचला हिस्सा ठीक है. मुझे लय में आने में 10-15 दिन लगेंगे. हां, बल्लेबाजों को लय में आने के लिए ज्यादा समय चाहिए होगा. इसलिए अगर लॉकडाउन के बाद बेंगलुरू बुलाया जाता है तो मैं तैयार हूं."

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