Nagaland vs Uttarakhand: उत्तराखंड (Uttarakhand) के खिलाफ रणजी मैच में महज 25 रन पर ऑलआउट होकर नागालैंड (Nagaland) ने अपने नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज करा लिया है. रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के इतिहास में यह छठा सबसे न्यूनतम स्कोर है. वहीं, पिछले 41 साल में यह दूसरा सबसे छोटा स्कोर भी है.


इससे पहले रणजी ट्रॉफी 2010-11 में हैदराबाद की टीम राजस्थान के खिलाफ महज 21 रन पर ऑलआउट हो गई थी. 1934-35 के सीजन में दक्षिण पंजाब की टीम उत्तर भारत के खिलाफ केवल 22 रन पर सिमट गई थी. इसी तरह जम्मू-कश्मीर की टीम 1960-61 में दिल्ली और 1977-78 में हरियाणा के खिलाफ महज 23 रन पर ऑल आउट हो गई थी. आजादी के पहले सिंध की टीम भी दक्षिण पंजाब के खिलाफ इसी स्कोर (23) पर ऑल आउट हो गई थी.


100+ रनों की लीड के बाद भी हार गई नागालैंड
नागालैंड ने इस मैच में पहली पारी के आधार पर 107 रन की विशाल लीड ली थी लेकिन दूसरी पारी में महज 25 रन पर ऑल आउट होने के कारण उसे यह मुकाबला 174 रन से गंवान पड़ा. उत्तराखंड के स्वप्निल सिंह अपने हरफनमौला प्रदर्शन के चलते 'प्लेयर ऑफ दी मैच' चुने गए.


उत्तराखंड ने यहां पहले बल्लेबाजी करते हुए 282 रन बनाए थे. जवाब में नागालैंड की टीम ने पहली पारी में 389 रन बनाए. इसके बाद उत्तराखंड ने अपनी दूसरी पारी 7 विकेट खोकर 306 रन बनाते हुए घोषित कर दी. यहां नागालैंड को 200 रन का लक्ष्य दिया गया लेकिन नागालैंड महज 18 ओवर में 25 रन पर सिमट गई. नागालैंड के 6 बल्लेबाज शून्य पर पवेलियन लौटे. उत्तराखंड के लिए मयंक मिश्रा ने 5 और स्वप्निल सिंह ने 4 विकेट झटके.


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