पाकिस्तान के युवा बल्लेबाज उमर अकमल एक बार फिर से चर्चा में हैं. उमर अकमल को स्पॉट फिक्सिंग के मामले में बड़ी राहत मिली है. भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में उमर अकमल का बैन 18 महीने से घटाकर 12 महीने कर दिया गया. उमर अकमल का कहना है कि उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग मामले की जानकारी पीसीबी को इसलिए नहीं दी क्योंक उन्हें लगा कि सूचना गोपनीय नहीं रहेगी.


उमर का प्रतिबंध घटाकर 12 महीने का कर दिया और उन पर 42 लाख 50 हजार पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना भी लगाया गया. पिछले साल 20 फरवरी को स्पॉट फिक्सिंग मामले की जानकारी नहीं देने की वजह से उमर अकमल को क्रिकेट खेलने से बैन कर दिया था.


उमर अकमल ने तोड़ी चुप्पी


उमर ने बैन कम होने के बाद पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है. उमर अकमल ने कहा, ''मैंने पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई को इस मामले की जानकारी नहीं देने का फैसला किया क्योंकि मैं चिंतित था कि यह सूचना लीक हो जाएगी और गोपनीय नहीं रहेगी.''


उमर का कहना है कि हालांकि वह स्पॉट फिक्सिंग मामले की जानकारी देने के लिए पीसीबी अध्यक्ष से मिलना चाहते थे. क्रिकेटर ने कहा, ''मेरा इस मामले की जानकारी देने का पूरा इरादा था. मैं बोर्ड अध्यक्ष से मिलकर उन्हें यह बताने गया था कि पाकिस्तान सुपर लीग में स्पॉट फिक्सिंग के लिए मेरे से संपर्क किया गया. दुर्भाग्य से मैं उनसे नहीं मिल पाया क्योंकि वह व्यस्त थे.''


बता दें कि उमर अकमल का करियर पिछले कई सालों से विवादों में हैं. उमर अकमल को अपनी फिटनेस की वजह से 2019 की वर्ल्ड कप टीम में जगह नहीं मिली थी.


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