बीसीसीआई चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने बुमराह को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि कैसे पैनल ने बुमराह को लेकर एक कड़ा फैसला लिया था. प्रसाद ने कहा कि इस कमेटी का सबसे बड़ा योगदान रहा था बुमराह को टेस्ट में लेने का क्योंकि वो पहले ही लिमिटेड ओवर स्पेशलिस्ट थे.


प्रसाद और उनके पैनल को लेकर कई बार ये आरोप लग चुके हैं कि पैनल में जो लोग मौजूद हैं उनके पास अनुभव की कमी है. प्रसाद ने कहा कि, '' कई लोगों को बुमराह पर यकीन नहीं था कि वो टेस्ट क्रिकेट खेल पाएंगे. तो जब सेलेक्टर्स ने ये निर्णय किया कि उन्हें विदेश में टेस्ट क्रिकेट खिलाना चाहिए. इसके बाद हमने उनकी फिटनेस और उन्हें तैयार करने पर फोकस किया.

बुमराह फिलहाल चोट से उभर रहे हैं और टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. वो भारत के तीसरे सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं तो वहीं 11वें टेस्ट में ही उन्होंने ये  ऐसा कारानामा करने वाले पहले गेंदबाज. उन्होंने 12 मैचों में 62 विकेट लिए हैं.

प्रसाद ने कहा, '' हमने उन्हें लिमिटेड ओवर सीरीज के लिए आराम दिया और रणजी से पहले दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए चुन लिया. ऐसे में बुमराह के पीछे हम लोगों की प्लानिंग थी. प्रसाद ने आगे कहा कि जब हमने पंड्या को टेस्ट में लिया था तब भी कई लोग हमसे नाराज थे.''