पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी एसीसी (एशियाई क्रिकेट परिषद) प्रमुख भी हैं, इस कारण वह टीम इंडिया को ट्रॉफी सौंपना चाहते थे. लेकिन वह पाकिस्तान के गृहमंत्री भी हैं और उन्होंने भारत के खिलाफ कई जहरीली बातें कही, इस कारण सूर्यकुमार यादव उनसे ट्रॉफी नहीं लेना चाहते थे. ओछी हरकत करते हुए नकवी ट्रॉफी अपने साथ लेकर चले गए थे, पहली बार हुआ जब किसी जीती हुई टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई. अब मोहसिन नकवी इससे जुड़े सवालों से बच नहीं पा रहे हैं, उन्हें उनके ही देश में लोग घेर रहे हैं, सवाल पूछ रहे हैं.

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मोहसन नकवी पाकिस्तान में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए, इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वह रिसेप्शन में शामिल होने के लिए गए थे, उस दौरान उन्हें लोगों ने घेर लिया. उनसे पूछा गया कि एशिया कप ट्रॉफी का भविष्य क्या है? सूर्यकुमार यादव बोल रहे हैं कि उन्होंने ट्रॉफी लेने से मना नहीं किया था. इन सवालों पर नकवी कुछ न बोल सके.

बता दें कि 28 सितंबर को सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम इंडिया ने एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को हराया था, इसके बाद भी टीम इंडिया को ट्रॉफी नहीं दी गई. जबकि भारतीय प्लेयर्स ग्राउंड पर इंतजार कर रहे थे. दरअसल सूर्या मोहसिन नकवी से ट्रॉफी नहीं लेना चाहते थे, वह चाहते थे कि कोई और अधिकारी उन्हें ट्रॉफी सौंपे. इसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर स्टेडियम से भाग गए थे.

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अभी कहां है एशिया कप ट्रॉफी?

एक रिपोर्ट के अनुसार एशिया कप की ट्रॉफी अभी ईसीबी (अमीरात क्रिकेट बोर्ड) के पास है. अभी ये तय नहीं हुआ है कि ये ट्रॉफी टीम इंडिया को कब सौंपी जाएगी.

मोहसिन नकवी से पूछा ये सवाल

वायरल वीडियो में मोहसिन नकवी से पूछा जा रहा है कि एशिया कप टूर्नामेंट का भविष्य क्या है? उनसे पूछा गया कि सूर्यकुमार यादव तो मना कर रहे हैं कि उन्होंने ट्रॉफी लेने से मना नहीं किया था तो इस पर आपकी राय? लेकिन पीसीबी अध्यक्ष बेशर्मी से चुपचाप रहे और हंसते रहे. लोगों ने उन्हें घेर लिया, तो पाकिस्तान की सेना ने उन्हें उनकी कार तक पहुंचाया.

बीसीसीआई इस मुद्दे को आईसीसी की बैठक में उठाएगा. बीसीसीआई भी उनके महाभियोग की मांग कर रहा है. इससे पहले मोहसिन नकवी ने बीसीसीआई से कहा था कि ट्रॉफी उनके ऑफिस आकर सूर्यकुमार यादव ले सकते हैं, इस पर बोर्ड ने साफ़ मना कर दिया था. बोर्ड ने कहा था कि जब ग्राउंड पर नकवी से ट्रॉफी नहीं ली गई तो उनके ऑफिस आकर ट्रॉफी लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता.