मोहम्मद शमी का साउथ अफ्रिका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में सलेक्शन न होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.  अपने पहले तीन रणजी ट्रॉफी 2025/26 मैचों में 15 विकेट लेने के बावजूद, शमी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली भारतीय टीम के लिए नजरअंदाज कर दिया. इस मामले पर अब शमी के निजी कोच मोहम्मद बदरुद्दीन ने अपनी निराशा जाहिर की है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीसीसीआई ने शमी को चयन में नजरअंदाज करने का मन बना लिया है. बदरुद्दीन ने शमी की फिटनेस को लेकर बीसीसीआई के तर्क को बहानेबाजी करार दिया.

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इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में बदरुद्दीन ने कहा, "वे उसे (शमी को) नज़रअंदाज़ कर रहे हैं, यह साफ़ है. मुझे इसके अलावा कोई और वजह समझ नहीं आती." बदरुद्दीन ने आगे कहा, "वह अनफ़िट नहीं है. जब कोई खिलाड़ी टेस्ट मैच खेल रहा होता है और दो मैचों में 15 विकेट ले लेता है तो वह कहीं से भी अनफ़िट नहीं लगता. चयनकर्ता बस उसे नज़रअंदाज़ कर रहे हैं. वे ऐसा क्यों कर रहे हैं, यह तो वही बता सकते हैं."

बदरुद्दीन ने कहा कि अजीत अगरकर की अगुवाई वाली बीसीसीआई चयन समिति का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए शमी को भारतीय टीम से बाहर रखने का फैसला पूर्वनिर्धारित था. 35 वर्षीय शमी को शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट या वनडे मैचों के लिए भारत ए टीम में नहीं चुना गया था और बाद में उन्हें सीनियर टीम से भी बाहर कर दिया गया.

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उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि उन्होंने मन बना लिया है कि वे अभी उसे नहीं चुनेंगे और मेरे विचार से यह पूरी तरह से ग़लत है. जब आप टेस्ट टीम चुनते हैं तो यह रणजी ट्रॉफी के प्रदर्शन के आधार पर होना चाहिए. अगर आप टी-20 के आधार पर टेस्ट के लिए चयन कर रहे हैं तो यह सही नहीं है. लेकिन यहां ऐसा लगता है कि फ़ैसले पहले से तय हैं."

पिछली बार मोहम्मद शमी को बाहर किए जाने का कारण फिटनेस बताया गया था. शमी अभी बंगाल टीम के लिए रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं, जहां उन्होंने उत्तराखंड के खिलाफ 7 और गुजरात के खिलाफ 8 विकेट लिए थे. 2 मैचों में 15 विकेट लेने के बाद लग रहा था कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शमी शामिल किए जा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.