'सबको खतरे में डाल रही ICC'
आईसीसी के इस विचार से वेस्टइंडीज के दिग्गज पूर्व गेंदबाज माइकल होल्डिंग बिल्कुल भी सहमत नहीं दिखे और उन्होंने कहा कि वो इसके पीछे का तर्क समझ से परे है. ईएसपीएन क्रिकेटइंफो से बात करते हुए होल्डिंग ने आईसीसी के बारे में कहा, “उन्होंने कहा कि वो क्रिकेट तभी शुरू करेंगे, अगर ‘बायो-सिक्योर’ माहौल होगा. वो कहते हैं कि क्रिकेटरों को 2 हफ्ते तक आइसोलेशन में रहना होगा, ताकि जब वो मैदान पर उतरें तो सब कुछ सही रहे.” होल्डिंग ने ध्यान दिलाया कि अगर सभी खिलाड़ी एक ही होटल में रहेंगे, तो फिर किसी की लार को लेकर चिंता क्यों जाहिर की जा रही है. होल्डिंग ने कहा, “जो कदम वो उठा रहे हैं उसके हिसाब से खिलाड़ी कोरोना संक्रमित नहीं होना चाहिए. अगर आईसीसी को लगता है कि 2 हफ्तों तक आइसोलेशन में रहने से भी पूरी तरह कोरोना से मुक्त नहीं हुआ जा सकता, तो आप वहां मौजूद हर किसी को खतरे में डाल रहे हो.”'लार का इस्तेमाल स्वाभाविक'
वहीं पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज और रिवर्स स्विंग के मास्टर माने जाने वाले पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वकार यूनिस ने कहा कि गेंद पर लार या पसीने का इस्तेमाल बेहद स्वाभाविक है. ईएसपीएन-क्रिकइंफो से बात करते हुए वकार ने कहा, “एक तेज गेंदबाज के तौर पर मैं इसे नहीं मानता, क्योंकि ये एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. पसीने और लार का इस्तेमाल नेचुरल है. ये एक आदत की तरह है जिसे आप नियंत्रित नहीं कर सकते.” इनसे पहले भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह और पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा भी गेंद में लार के इस्तेमाल पर रोक को गलत बता चुके हैं और आईसीसी के नए प्रस्ताव से असहमति जता चुके हैं. ये भी पढ़ेंमेरे एक्शन को देख लोगों ने कहा था कि मैं सिर्फ रणजी ट्रॉफी तक ही पहुंच पाऊंगा: बुमराह
शोएब अख्तर के बयान से फैंस होंगे निराश, कहा- आईपीएल और वर्ल्ड कप की कोई संभावना नहीं