भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है. शानदार फॉर्म में चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पहले दिन 37 रनों पर थे, तब क्रिस वोक्स की गेंद पर चोटिल हो गए. अब वह इस सीरीज से ही बाहर हो गए हैं. पंत की चोट ने ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ की चोटिल होना याद दिला दिया. स्मिथ भी इंग्लैंड के खिलाफ बैटिंग करते हुए चोटिल हुए थे.
स्टीव स्मिथ 2019 एशेज के दौरान 80 रनों पर बैटिंग कर रहे थे, तभी जोफ्रा आर्चर की गेंद उनकी सिर पर लगी और वह धड़ाम से गिर गए. इसके बाद स्मिथ को मैदान से बाहर ले जाया गया. स्मिथ आगे इस टेस्ट मैच में नहीं खेले, लेकिन उनकी जगह मार्नस लाबुशेन बैटिंग करने आए और अर्धशतक जड़ा.
अब फैंस सवाल कर रहे हैं कि अगर स्मिथ के बदले कोई दूसरा बल्लेबाज उस मैच में आया था तो अब ऋषभ पंत की जगह कोई और क्यों नहीं ले सकता है. इसका जवाब हम आपको बताते हैं. दरअसल, स्मिथ के सिर पर गेंद लगी थी और पंत के पैर में लगी है. आईसीसी का कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम तभी लागू होता है जब किसी खिलाड़ी के सिर पर गेंद लगे. इसलिए पंत की जगह दूसरा खिलाड़ी इस टेस्ट में फील्डिंग तो कर सकता है, लेकिन बैटिंग या बॉलिंग नहीं.
कन्कशन सब्स्टीट्यूट में दूसरा खिलाड़ी चोटिल हुए प्लेयर की जगह आता है और फिर उसकी भूमिका अदा करता है. इसमें भी नियम है कि रिप्लेसमेंट लाइक टू लाइक होना चाहिए. यानी बल्लेबाज के चोटिल होने पर बल्लेबाज ही आएगा, ऑलराउंडर नहीं.
ICC का सब्स्टिट्यूट नियम कहता है कि यदि कोई प्लेयर बतौर सब्स्टिट्यूट आता है तो वह सिर्फ फील्डिंग कर सकता है. वहीं सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी अंपायरों की मंजूरी के बाद विकेटकीपिंग भी कर सकता है, लेकिन उसे बैटिंग या गेंदबाजी करने की अनुमति नहीं होती है. इसका मतलब मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया ऋषभ पंत की जगह कोई दूसरा बल्लेबाज मैदान में नहीं उतार सकती.
स्टीव स्मिथ के चोटिल होने वाला वीडियो