Champions Trophy 2025: 'इससे अच्छा तो आउट हो जाता', बाबर आजम के धीमी खेलने पर आग बबूला हुआ वसीम अकरम, जानें क्या कहा
Champions Trophy 2025: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम बाबर आजम की धीमी पारी से नाखुश दिखे. उनके अनुसार बाबर आजम चाहे ज्यादा रन नहीं बनाते, लेकिन तेज गति से कम रन बनाकर जल्दी आउट हो जाते.

Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी में मेजबान पाकिस्तान की बेहद खराब शुरुआत हुई है. न्यूजीलैंड ने पहले मैच में पाकिस्तान को 60 रनों से करारी शिकस्त दी. टीम के मुख्य प्लेयर बाबर आजम ने 64 रन तो बनाए लेकिन इसके लिए उन्होंने 90 गेंदें खेलीं. धीमे खेल की वजह से बाबर को चौतरफा आलोचना झेलनी पड़ रही है. इसी कड़ी में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम ने कहा कि इससे अच्छा होता कि वह तेज खेलते और पहले ही आउट हो जाते.
बाबर आजम ने 6 चौके और 1 छक्के की मदद से 90 गेंदों में 64 रन बनाए थे. वह बड़े शॉट्स लगाने से बच रहे थे. 321 के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान का पॉवरप्ले में स्कोर सिर्फ 22 रन था जबकि वह 2 विकेट गवां चुके थे.
इससे अच्छा तो बाबर आजम तेज खेलकर जल्दी आउट हो जाते- वसीम अकरम
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम बाबर आजम की धीमी पारी से नाखुश दिखे. उनके अनुसार बाबर आजम ज्यादा रन नहीं बनाते लेकिन कम गेंदें खेलकर तेज गति से रन बनाते.
उन्होंने कहा, "मैं अपने मुख्य प्लेयर से ये नहीं चाहता कि वह 90 गेंदों में 60 रन बनाए. इससे अच्छा तो वह 30 गेंदों में 35 रन बनाकर जल्दी आउट हो जाए. आज के दौर में ऐसा नहीं होता. बाबर आजम सेट बल्लेबाज थे लेकिन सलमान आगा ही रिस्क ले रहे थे."
बाबर आजम खुलकर नहीं खेल रहे थे- चेतेश्वर पुजारा
"ड्रेसिंग रूम" शो में चेतेश्वर पुजारा ने कहा, "उनके खेल में इंटेंट नहीं नजर आ रहा था. स्पिनर्स के खिलाफ बाबर आजम का फुटवर्क अच्छा नहीं था. वह अपने पैरों का उपयोग नहीं कर रहा था. वह गेंद तक नहीं जा रहा था, वह गेंद को अपने तक आने का इंतजार कर रहा था. वह फ्लिक कर सिंगल लेने की कोशिश में था लेकिन वहां स्क्वायर लेग फील्डर खड़ा था."
पुजारा को लगता है कि बाबर आजम खुलकर नहीं खेल पा रहे थे जबकि ODI फॉर्मेट में बल्लेबाजों को खुलकर खेलने की जरुरत होती है. उन पर मानसिक दबाव था.
उन्होंने कहा, "बाबर ने कोई स्वीप शॉट या पैडल स्वीप खेलने की कोशिश नहीं की. आजकल, रिवर्स स्वीप भी स्पिनर की लेंथ को बिगाड़ने का एक विकल्प है. ऐसा लगता है कि उस पर मानसिक दबाव है. ODI फॉर्मेट में खुलकर बल्लेबाजी करने की जरूरत होती है, वह एक स्वाभाविक स्ट्रोक खिलाड़ी है. बाबर को चाहिए कि वह अधिक स्वतंत्रता के साथ खेले. वर्तमान समय में 70 और 80 का स्ट्राइक रेट पर्याप्त नहीं है. ODI फॉर्मेट में आप अपना विकेट बचाने के बारे में नहीं सोच सकते, बल्कि आप मैच जीतने के बारे में सोचते हैं. वह अपना विकेट बचाने के लिए खेल रहा था. लेकिन डॉट बॉल ने आने वाले बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा दिया."
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Source: IOCL
















