इसके बाद पंत अपनी ही रफ्तार से एक छोर पर रन बनाते रहे, जबकि कॉलिन मुनरो एक एक रन के लिए संघर्ष कर रहे थे. मुनरो के आउट होने के बाद पंत ने पूरी ज़िम्मेदारी अपने कंधे पर ले ली. जब 18 गेंदों पर 36 रनों की ज़रूरत थी, तब कप्तान केन विलियमसन ने गेंद बासिल थम्पी को थमा दी. उनका ये फैसला गलत साबित हुआ. ऋषभ पंत ने थम्पी के ओवर की पांच गेंदों पर 21 रन जड़ दिए., उन्होंने इस ओवर में 2 चौके और दो छक्के लगाकर मैच दिल्ली की ओर झुका दिया. लेकिन अगले ही ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने पहले शेरफन रदरफोर्ड (9) और फिर पंत का विकेट लेकर एक बार फिर मैच में जान डाल दी. हालांकि ये खुशी हैदराबाद के पास ज्यादा देर नहीं टिकी. आखिरी ओवर में कीमो पॉल ने पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर दिल्ली को जीत दिला दी. आपको बता दें कि इस मुकाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सनराइज़र्स हैदराबाद ने दिल्ली के सामने 163 रनों का लक्ष्य रखा था. बाद में दिल्ली की टीम ने पृथ्वी शॉ के अर्धशतक और ऋषभ पंत के 49 रनों की तूफानी पारी के दम पर हैदराबाद को दो विकेटों से हराकार क्वालिफायर-2 में प्रवेश कर लिया है.