नई दिल्ली/ओवल: भारतीय गेंदबाजों के शानदार गेंदबाजी और बेहतरीन फील्डिंग के दमपर टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप बी में साउथ अफ्रीका को महज 191 रनों पर समेट दिया. भारतीय टीम को अब जीत के लिए 192 रनों की जरुरत है.

 

टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करते हुए भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीकी टीम को बुरी तरह से पस्त कर दिया. भारतीय गेंदबाज़ और फील्डर्स ने दक्षिण अफ्रीकी टीम को 200 रनों के अंदर ही समेत दिया. 

 

बेहतरीन शुरूआत के बावजूद लगातार विकेट गंवाने के सिलसिले ने ये बता दिया आखिर क्यों दक्षिण अफ्रीकी टीम को चोकर्स कहा जाता है. 

 

टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए डीकॉक और आमला ने बेहतरीन शुरूआत दी. दोनों बल्लेबाज़ों ने संभलकर खेलते हुए पहले विकेट के लिए 76 रन जोड़े. लेकिन चैम्पियंस ट्रॉफी में पहली बार खेलने आए आर अश्विन ने आमला को आउट कर इस जोड़ी को तोड़ दिया. इसके बाद डी कॉ़क के साथ मिलकर डूप्लेसी ने टीम के स्कोर 100 रनों के पार पहुंचाया. लेकिन अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद डीकॉक ज्यादा देर नहीं टिक सके और जडेजा की गेंद पर बोल्ड हो गए. 

 

मुकाबले के अंदर असली मोड़ तब आया जब टीम के सबसे बड़े बल्लेबाज़ और कप्तान एबी डीविलियर्स पांड्या की सीधी थ्रो पर रन-आउट होकर वापस पवेलियन लौट गए. थोड़ी देर बाद डेविड मिलर भी गलतफहमी की वजह से रन-आउट होकर वापस पवेलियन लौट गए और फिर मैच पूरी तरह से भारतीय टीम की तरफ मुड़ गया. 

 

टीम इंडिया की तरफ से भुवनेश्वर कुमार और जसप्रित बुमराह को 2-2 विकेट मिले जबकि रविंद्र जाडेजा, आर अश्विन और हार्किद पांड्या को एक-एक सफलता मिली.

 

क्विंटन डिकॉक को छोड़ कोई भी अफ्रीकी बल्लेबाज क्रिज पर टिककर बल्लेबाज़ी नहीं कर सका. पहले विकेट लिए डिकॉक ने 72 गेंदों में 53 रनों की अर्द्धशतकीय पारी खेली.