Team India, Mukesh Kumar: टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज़ खेलने के बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज़ खेलेगी. इस सीरीज़ के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की तरफ से भारतीय टीम के स्क्वाड का ऐलान कर दिया गया है. इस टीम का कप्तान शिखर धवन (Shikhar Dhawan) तो वहीं, उपकप्तान श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को बनाया गया. वनडे सीरीज़ के लिए टीम इंडिया में कई नए खिलाड़ियों को भी मौका दिया गया है. इन खिलाड़ियों में बंगाल से खेलने वाले तेज़ गेंदबाज़ मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) भी शामिल हैं.


पिता को किया याद


मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) ने टीम इंडिया में चयन के बाद अपने पिता को याद किया. उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए पीटीआई से कहा, “मैं भावुक हो गया. मुझे सब धुंधला-धुंधला सा लगने लगा. मुझे सिर्फ अपने दिवंगत पिता काशी नाथ सिंह का चेहरा याद आ रहा है. जब तक मैंने बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी नहीं खेली, तब तक मेरे पिता को यकीन नहीं हुआ कि पेशेवर तौर पर एक क्रिकेटर हूं. मेरे पिता को मेरे उपर इस बात का शक था कि मैं काबिल खिलाड़ी नहीं हूं.”


बता दें कि रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच से पहले ही मुकेश कुमार के पिता का ‘ब्रेन स्ट्रोक’ से निधन हो गया था. जिस वक़्त मुकेश के पिता तबियत खराब थी, उन दिनों मुकेश सुबह प्रैक्टिस पर जाते थे और बाकी का वक़्त अस्पताल में पिता से बिस्तर के पास गुज़ारते थे. उन्होंने आगे अपनी मां को लेकर बात करते हुए कहा, “आज मेरी मां भी बहुत भावुक हो गयी थीं. घर पे सारे लोग रोने लगे थे.”


पिता चहाते थे करें सरकारी नौकरी


मुकेश कुमार के पिता चहता थे कि उनका बेटा सरकारी नौकरी करे. लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंज़ूर था. सरकारी नौकरी के चलते मुकेश कुमार ने तीन बार क्रेंद्रिय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का एक्ज़ाम दिया. हालांकि, वो सीआरपीएफ में तो उनका चयन नहीं हो सका. लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेटर होने की हैसियत से मुकेश सीएजी (निंयत्रक एंव महालेखा परीक्षक कार्यालय) के साथ काम करते हैं.  


गेंद स्विंग कराने में हैं सक्षम


मुकेश कुमार के पास दोनों तरफ गेंद स्विंग कराने की शानदार कला है. उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा, “आपके हाथों में जो भी कलाकारी है, वो सब भगवान की देन है. लेकिन आप अगर भगवान के दिए हुए आर्शीवाद पर काम या मेहनत नहीं करेंगे तो कुछ नहीं होगा. सब व्यर्थ हो जाएगा.


आगे सीखने को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा, “ज़िंदगी का मतलब ही यह कि आप सीखते रहें. सीखना कभी खत्म नहीं होता है. मैं जब तक क्रिकेट खेलूं, तब तक मैं इस बात को ध्यान में रखूं कि मैं सीखता रहूं.”


उन्होंने अपने चयन को लेकर बताया कि उन्हें अपने सिलेक्शन को लेकर जब तक नहीं पता था, जब तक उन्हें भारतीय टीम के ऑफिशियल वाट्सएप ग्रुप में नहीं शामिल किया गया.


वनडे सीरीज़ के लिए भारतीय स्क्वाड


शिखर धवन (कप्तान), श्रेयस अय्यर (उपकप्तान), रुतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, रजत पाटीदार, राहुल त्रिपाठी, ईशान किशन, संजू सैमसन, शाहबाज अहमद, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, रवि बिश्नोई, मुकेश कुमार अवेश खान, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर.


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