IND vs SA 5th T20I: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चल रही टी20 सीरीज का रोमांच अपने चरम पर है. लखनऊ में चौथा मुकाबला रद्द होने के बाद अब सभी की नजरें अहमदाबाद में होने वाले पांचवें और आखिरी टी20 मैच पर टिकी हैं. स्मॉग और खराब विजिबिलिटी के चलते बिना एक भी गेंद फेंके मैच रद्द होना भारतीय क्रिकेट में एक नया और चिंताजनक संकेत माना जा रहा है. आमतौर पर बारिश या खराब रोशनी के कारण मैच प्रभावित होते थे, लेकिन अब प्रदूषण भी खेल के रास्ते में खड़ा होता दिख रहा है.

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लखनऊ में क्यों रद्द हुआ था मैच?

लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेले जाने वाले चौथे टी20 मुकाबले को घने स्मॉग और बेहद खराब विजन के कारण रद्द कर दिया गया था. उस दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खराब स्थिति में था, जिससे खिलाड़ियों और अंपायरों के लिए मैदान पर खेलना सुरक्षित नहीं माना गया. इस फैसले से फैंस निराश जरूर हुए, लेकिन खिलाड़ियों की सेहत को प्राथमिकता दी गई.

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अब अहमदाबाद पर क्यों है नजर?

अब सीरीज का निर्णायक मुकाबला शुक्रवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में खेला जाना है. यह मुकाबला सीरीज का फाइनल भी माना जा रहा है. भारत फिलहाल सीरीज में 2-1 से आगे है और एक मैच पहले ही रद्द हो चुका है. ऐसे में यह मुकाबला साउथ अफ्रीका के लिए सीरीज बराबर करने का आखिरी मौका है. जबकि भारत की कोशिश जीत के साथ सीरीज खत्म करने की होगी.

कैसा है अहमदाबाद का AQI?

सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या अहमदाबाद का मौसम और एयर क्वालिटी मैच के लिए सुरक्षित है. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, अहमदाबाद का AQI लखनऊ के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है. जहां लखनऊ में AQI 400 से ऊपर पहुंच गया था, वहीं अहमदाबाद में यह 170–180 के आसपास दर्ज किया गया है. AQI.in के अनुसार, यह स्तर ‘अस्वस्थ’ श्रेणी में आता है, लेकिन विजिबिलिटी पर इसका खास असर पड़ने की संभावना नहीं है.

PM10 और PM2.5 के स्तर जरूर बढ़े हुए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे मैच के दौरान बाधा नहीं आएगी. अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम आमतौर पर बेहतर सुविधा के लिए जाना जाता है, जहां टी20 मुकाबले बिना रुकावट के पूरे होते रहे हैं.

फिलहाल संकेत यही हैं कि भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पांचवां टी20 मुकाबला तय समय पर खेला जाएगा. हालांकि, लखनऊ की घटना के बाद BCCI की शेड्यूलिंग और उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान मैच कराने की नीति पर सवाल जरूर खड़े हो गए हैं.