IND vs ENG: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन एक दिलचस्प मोड़ देखने को मिला, जब साई सुदर्शन ने विदेशी सरजमीं पर अपने करियर की पहली शानदार फिफ्टी जड़ी. ये वही सुदर्शन हैं जिन्हें पहले टेस्ट में असफलता के बाद बाहर कर दिया गया था, लेकिन चौथे मुकाबले में जैसे ही उन्हें मौका मिला, उन्होंने आलोचकों को करारा जवाब दे डाला.
नंबर-3 पर किया ये कारनामा
भारतीय टीम ने इस टेस्ट में तीन बदलाव किए. अंशुल कंबोज को डेब्यू मैच मिला, जबकि शार्दुल ठाकुर और साई सुदर्शन की वापसी हुई. साई को करुण नायर की जगह मौका दिया गया है, जो लगातार तीन मैचों में फ्लॉप रहे थे. साई सुदर्शन ने मौके का फायदा उठाते हुए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 61 रनों की जुझारू पारी खेली. इस पारी की खास बात यह रही कि वे कंडीशंस के अनुसार खेलते रहे और इंग्लैंड की तेज गेंदबाजी के खिलाफ टिके रहे.
इस अर्धशतक के साथ साई सुदर्शन ने 1296 दिन बाद एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है. दरअसल, यह इतने दिनों में पहला मौका था जब किसी भारतीय बल्लेबाज ने विदेशी धरती पर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 50 या उससे ज्यादा रन बनाए हों.
शुरुआत मजबूत, लेकिन बीच में लड़खड़ाई टीम इंडिया
मैच की शुरुआत में भारत को एक बार फिर टॉस हारना पड़ा. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने ओवरकास्ट कंडीशन देखते हुए भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने संयमित शुरुआत करते हुए शुरुआती झटकों से टीम को बचाया. जायसवाल ने शानदार अर्धशतक लगाया जबकि राहुल ने 46 रनों का पारी खेली, जिसके चलते इंग्लैंड की टीम को नई बॉल से शुरु के कुछ घंटो में कोई विकेट नहीं मिला.
इसके बाद शुभमन गिल (12 रन) और फिर चोटिल होकर रिटायर हर्ट हुए ऋषभ पंत के आउट होने से भारत की लय कुछ हद तक बिगड़ी और भारतीय टीम लड़खड़ाती हुई नजर आई, लेकिन सुदर्शन की पारी ने टीम को एक बार फिर संभाल लिया.
टीम के लिए उम्मीद की नई किरण
साई सुदर्शन की यह पारी न केवल उनके आत्मविश्वास के लिए अहम है, बल्कि टीम इंडिया के लिए भी राहत की खबर है, खासकर तब जब पंत की फिटनेस पर संदेह है और मिडल ऑर्डर अब तक लगातार संघर्ष करता रहा है.
दिन का खेल समाप्त होने तक रविंद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर 19-19 रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं और भारत ने 4 विकेट पर 264 रन बना लिए हैं.