IND vs ENG First Test : भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारत के लिए हार के रूप में खत्म हुआ. हेडिंग्ले टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड ने भारत के 371 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक चेज कर लिया. पांचवे दिन जब इंग्लिश टीम के बल्लेबाज बिना किसी परेशानी के रन बटोर रहे थे तभी मैदान पर एक दिलचस्प बदलाव देखने को मिला, जिसने हर किसी का ध्यान खींचा. शुभमन गिल टीम इंडिया के नए टेस्ट कप्तान हैं, लेकिन मैदान पर केएल राहुल की भूमिका कुछ अलग ही नजर आई. उन्होंने जिस तरह से फील्डिंग सजाई और गेंदबाजों को निर्देश दिए, उससे लगा कि कप्तानी की कमान असल में उनके ही हाथों में है.
अचानक केएल राहुल बन गए कप्तान
पांचवें दिन इंग्लैंड ने बिना विकेट गवाएं अपनी पारी 21 रन से शुरू हुई. ओपनर जैक क्रॉली और बेन डकेट ने बेहद आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया. इस दौरान टीम इंडिया के सबसे अनुभवी खिलाड़ी केएल राहुल मैदान पर फील्ड सेट करते हुए दिखाई दिए. हालांकि पहले सेशन में इसका कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन बारिश के बाद जब दोबारा खेल शुरू हुआ, तब राहुल ने फिर से टीम का मोर्चा संभाला और इसका असर साफ दिखने लगा.
उनकी कप्तानी में ही प्रसिद्ध कृष्णा ने जैक क्रॉली को आउट किया, जिसका कैच खुद राहुल ने पीछे स्लिप में पकड़ा. इसके बाद अगले ही ओवर में ऑली पोप भी आउट होकर पवेलियन लौट गए. इन दो विकेटों से भारत को जीत की उम्मीद की एक नई किरण मिली, हालांकि अंत में इंग्लैंड ने यह मुकाबला 5 विकेट से जीत लिया.
नासिर हुसैन ने कही बड़ी बात
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन, जो इस मुकाबले में कमेंट्री कर रहे थे, उन्होंने भी राहुल की कप्तानी पर अपनी राय दी. उन्होंने कहा, "अगर आप मैदान पर देखेंगे तो आप को लगेगा कि कप्तानी केएल राहुल कर रहे हैं. वो ही इस समय फील्डिंग सेट कर रहे हैं और इसका असर भी देखने को मिल रहा है."
राहुल इस टीम में जडेजा के बाद सबसे सीनीयर और अनुभवी खिलाड़ी हैं. उनके पास हर फॉर्मेट में कप्तानी का अनुभव है. इस सीरीज से पहले ही केएल राहुल ने खुद कहा था कि वो शुभमन गिल की कप्तानी में हर तरह की मदद के लिए तैयार हैं. सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से एक इंटरव्यू में राहुल ने कहा था, “मैंने टीम इंग्लैंड के खिलाफ टीम का ऐलान होने के तुरंत बाद शुभमन से बात की थी और उनसे कहा कि आप की हमेशा आपकी मदद के लिए मौजूद रहूंगा.” राहुल का यह वादा लीड्स टेस्ट में मैदान पर साफ झलकता दिखा.
बल्ले से भी निभाई अपनी जिम्मेदारी
केएल राहुल ने सिर्फ रणनीतिक रूप से ही नहीं, बल्कि बल्लेबाजी से भी शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने दूसरी पारी में 247 गेंदों पर 137 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 18 चौके शामिल थे. इस पारी की बदौलत भारत इंग्लैंड के सामने 371 रनों का बड़ा लक्ष्य रख सका, हालांकि इंग्लैंड ने यह लक्ष्य 5 विकेट से हासिल कर लिया था.