Cheteshwar Pujara IND vs AUS: भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज़ और टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में खेले जाने वाले टेस्ट मैच के ज़रिए अपने करियर का 100वां टेस्ट खेलेंगे. पुजारा ने इस टेस्ट मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो इंडिया के लिए 100 टेस्ट मैच खेलेंगे. इसी बीच, पुजारा से उनके सपने के बारे में पूछा गया. 

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतने का है सपना

उन्होंने अपने सपने के बारे में बताया कि वह इंडिया के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जीतना चहाते हैं. भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने के काफी करीब है. टीम को ऑस्ट्रेलिया को मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में कम से कम 3-1 हराना होगा. भारतीय टीम नागपुर में अपना पहला मैच जीत चुकी है. इससे पहले भी टीम इंडिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई थी. हालांकि, तब टीम को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी थी. 

पुजारा ने अपने 100वें टेस्ट को लेकर कहा, “मेरे और मेरे परिवार के लिए 100वां टेस्ट मैच खेलना बहुत मायने रखता है. मेरे पिता ने इसमें बहुत अहम भूमिका अदा की है. वो कल यहां मैच देखने के लिए होंगे. मैं परिवार के स्पोर्ट के लिए शुक्रगुज़ार हूं, लेकिन अभी भी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है.”

इसके बाद पुजारा से टीम से ड्रॉप होने के बारे में सवाल किया गया. एक वक़्त पर पुजारा को टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ ड्रॉप कर दिया गया था. पुजारा ने इस बारे में कहा, “यह चुनौतीपूर्ण था. मैं काउंटी खेल रहा था और राहुल भाई और विक्की पाजी के साथ लगातार संपर्क में था, जहां मुझे काम करने की जरूरत है और इस पर बात क्लियर थी.”

सफलता के लिए धैर्य ज़रूरी: पुजारा

अपनी सफलता के सवाल पर पुजारा ने कहा, “धैर्य अपने आप नहीं आता है, इसके लिए आपको मानसिक शक्ति की आवश्यकता होती है. तैयारी महत्वपूर्ण है. मैंने जूनियर क्रिकेट और आयु वर्ग क्रिकेट में रन बनाए. इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है और मुझे लगता है कि जब आप अपने खेल पर ध्यान लगाते हैं, तो आखिरकार आप सफल होंगे.”

 

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