आईपीएल के दौरान मैच फिक्स करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिकेटर एक श्रीसंत पर से लाइफ बैन हटा दिया है. लेकिन क्रिकेटर को अभी भी पूरी तरह से छूट नहीं मिली है. कोर्ट के अनुसार लंबे चले इस केस को सही तरीके से नहीं संभाला गया. इसी को देखते हुए अब बीसीसीआई को तीन महीने का समय दिया है और कहा गया है कि इस केस पर दोबारा नजर डाली जाई.


पेसर ने हालांकी कहा है कि उन्होंने कोई भी मैच फिक्स नहीं किया था. श्रीसंत ने कहा, '' मैं अपने बच्चों और अपने पिता की कसम खाकर कहता हूं कि मैंने कोई भी मैच फिक्स नहीं किया था. मेरे पिता पिछले पांच साल से बिमार हैं और अभी भी मेरा मैच देखने के लिए तरस रहे हैं. मैं अपने मां की कसम खाकर कहता हूं जिन्होंने एक महीने पहले अपना बांया पैर खो दिया. वो आज भी मुझे खेलता हुआ देखना चाहती हैं. मैंने कोई भी मैच फिक्स नहीं किया है और मैं अब दोबारा भी कभी नहीं करूंगा चाहे मुझे 100 करोड़ ही क्यों न मिल रहे हों."

क्रिकेटर ने आगे ये भी कहा कि अभी भी कई क्रिकेटर मैदान पर खेल रहे हैं जिनका नाम फिक्सिंग में आ चुका है.

'' आज भी मैदान पर कई ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं जो मैच फिक्स करने के बाद भी खेल रहे हैं. मैं उनका नाम आसानी से ले सकता हूं वो भी सबूत के साथ लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा. मैं ऐसा नहीं हूं. जिंदगी में वापस आने में मुझे कई साल लग गए. कई खिलाड़ी अभी भी खेल रहे हैं और कई रिटायर हो चुके हैं. ऐसा सिर्फ यहां ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में चल रहा है.''

श्रीसंत ने कहा कि अगर एक बार मैं निर्दोश साबित हो गया तो मैं फिर क्रिकेट खेलूंगा. कोर्ट ने मुझे एक लाइफलाइन दिया है और मैं इससे खुश हूं. बता दें कि श्रीसंत पर जब बैन लगा तो वो 100 टेस्ट विकेट से सिर्फ 13 विकेट ही दूर थे.

श्रीसंत ने आगे कहा कि पूरी दुनिया में क्रिकेट खेला जा रहा है और यही मेरी रोजी रोटी है. मुझे अपने परिवार का ख्याल रखना है और इसके लिए मुझे क्रिकेट वापस चाहिए.