Hashim Amla On Virat Kohli Batting: विराट कोहली आईपीएल 2024 में बेहद ही शानदार फॉर्म का मुज़ाहिरा पेश कर रहे हैं. वह ऑरेंज कैप अपने सिर पर सजाए हुए हैं. कोहली खूबसूरत तकनीक के साथ धुंआधार बैटिंग कर रहे हैं. अब कोहली की बैटिंग पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ हाशिम अमला ने बात की. उन्होंने बताया कि कैसे कोहली तकनीक के साथ तेज़ तर्रार बैटिंग कर रहे हैं. 


बता दें कि हाशिम अमला को दुनिया के क्लासिक बल्लेबाज़ों में से एक गिना जाता था. अलमा भी आईपीएल का हिस्सा रह चुके हैं. हाशिम अमला का मानना है कि अच्छी तकनीक ही बल्लेबाज़ी का आधार बनती है और यह स्किल का सबसे अहम पहलू है. अमला ने कहा कि विराट कोहली इसके के प्रमुख उदाहरण हैं. 


'180 Not Out' के चौथे एपिसोड में अमला ने रमन रहेजा से कोहली के बारे में बात की. उन्होंने कोहली के रनों की भूख और क्लासिकल बैटिंग को बरकरार रखने की काबीलितय की तारीफ की. 


अमला ने कहा, "मुझे लगता है कि क्रिकेट की तकनीक से बाहर न जाने का एक परफेक्ट उदाहरण विराट जैसा कोई शख्स है. वह खूबसूरत तकनीक और रनों की गहरी इच्छा और भूख वाला बल्लेबाज़ है. आप उन्हें वनडे क्रिकेट में आगे बढ़ते हुए देखते हैं. वर्ल्ड कप में उनका फार्म शानदार था और बहुत ही बेहतरीन खेला."


उन्होंने आगे कहा, "वनडे में मैंने ओपनिंग की है और टेस्ट में नंबर तीन पर खेला है. मैं कहूंगा, तकनीक की अभी भी बहुत अहमियत है क्योंकि आप नई गेंद का सामना करते हैं. टी20 की बात करें तो, एक वक़्त के बाद आप अपनी क्लासिकल तकनीक खो देते हैं, आप ज़्यादा ताकत की तलाश में बैटिंग करते हैं, लाइन के पार हिट करने की तरफ देखते हैं या फिर गेंद को प्वाइंट के ऊपर से मारने के लिए ब्लेड खोलते हैं या फिर कुछ ऐसा करते हैं."


इस पोडकास्ट में हाशिम अमला के साथ गौतम गंभीर और सुरेश रैना भी मौजूद थे. दोनों ही खिलाड़ियों ने मॉर्डन क्रिकेट पर अपनी-अपनी राय रखी. 


गंभीर ने बात करते हुए कहा, "आपको दो नई गेंद मिलती हैं, इससे फिंगर स्पिनर्स के लिए कुछ नहीं बचता. रिवर्स स्विंग भी नहीं होती है. आप पांच फील्डर्स अंदर रखते हैं. सपाट विकेट, छोटे मैदान. आपके पास गेंदबाज़ों को देने के लिए कुछ होना चाहिए. अच्छा खेल क्या है? क्रिकेट क्या है? अगर गेंद और बल्ले में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होगी तो लोग क्रिकेट देखना क्यों पसंद करेंगे."


गंभीर ने आगे कहा, "अगर गेंद और बल्ले के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, तो वहां एक बॉलिंग मशीन रख दीजिए और बल्लेबाज़ों से कहिए कि मैदान के बाहर मारे. अगर आप प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं, तो ऐसा विकेट बनाइए जिसमें नई गेंद के गेंदबाज़ के लिए और स्पिनर के लिए कुछ हो."


फिर सुरेश रैना ने निडर बल्लेबाज़ी के बारे में बात की, जो शुभमन गिल, ग्लेन मैक्सवेल और रिंकू सिंह जैसे बल्लेबाज़ लाए हैं. रैना ने कहा, "सभी 360 डिग्री शॉट खेलना चाहते हैं. हमने कभी ऐसा नहीं किया. पुराने दौर का खिलाड़ी था, मेरे कोच भी वैसे ही थे. देश के लिए ज़्यादा वक़्त तक खेलना चाहता था. लेकिन आप मैक्सवेल, शुभमन गिल, रिंकू सिंह, सूर्यकुमार यदाव को देखेंगे तो क्रिकेट बदल रहा है एक निडर नज़रिया आ रहा है."


 


ये भी पढ़ें...


MS Dhoni: 'मंदिर में विराजेंगे माही...', पूर्व भारतीय दिग्गज ने धोनी को बना दिया भगवान!