दीप्ति शर्मा(3/8) की बेहतरीन गेंदबाज़ी और कप्तान हरमनप्रीत कौर(43 रन) की शानदार बल्लेबाज़ी की मदद से बीती रात टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 11 रनों से धूल चटा दी. लेकिन इस जीत के बावजूद मैच में एक वक्त कप्तान हरमनप्रीत नर्वस हो गईं थीं.


पांच मैचों की टी20 सीरीज़ के पहले मुकाबले में भारत ने पहले खेलते हुए 130 रन बनाए. जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम 119 रन बनाकर ढेर हो गई.

दक्षिण अफ्रीकी टीम ने इस मुकाबले में टॉस जीता और भारत को बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया. मेहमान टीम की कप्तान लूस का ये फैसला सही भी साबित हुआ जब भारतीय कप्तान हरमनप्रीत की 43 रनों की पारी के बावजूद उनके गेंदबाज़ों ने भारत को 130 रनों पर रोक लिया.

कप्तान हरमनप्रीत ने 34 गेंदों में 3 चौके और 2 छक्कों के साथ भारत के लिए सबसे बड़ी पारी खेली.

हरमनप्रीत जीत के बावजूद अपने बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन से निराश नज़र आईं. उन्होंने बताया कि किस तरह से 130 के स्कोर के बाद वो नर्वस थीं लेकिन गेंदबाज़ों ने बखूबी काम को अंजाम दिया.

हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा, ‘‘जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैं नर्वस थी लेकिन साथ ही जानती थी कि गेंदबाजों के लिये भी कुछ होगा. उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. ’’

उन्होंने कहा कि खिलाड़ी अपनी फिटनेस पर काम कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यहां आने से पहले हमने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया और मैदान पर इसका नतीजा हमें मिला. हमने जिस तरह का क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी की, उससे मैं खुश हूं.’’

हरमनप्रीत ने कहा कि फिर भी टीम को कई क्षेत्रों विशेषकर बल्लेबाजी में सुधार की जरूरत है.

तीस साल की खिलाड़ी ने कहा, ‘‘काफी चीजों में सुधार करना है. बल्लेबाजी में काफी सुधार की आवश्यकता है. हम एक अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ खेल रहे हैं, इसलिये अगर बल्लेबाज अच्छा कर सकते हैं तो हम और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.’’

हरमनप्रीत ने कहा कि उन्होंने राधा यादव पर भरोसा किया कि वह अंतिम ओवर में अच्छा करेंगी जो वाकई में दो विकेट चटकाकर इस पर खरी उतरीं.

दीप्ति ने कहा, ‘‘हमने वैसी ही गेंदबाजी की जिसकी मैंने योजना बनायी थी. हमें विकेट से भी मदद मिली.’’

दक्षिण अफ्रीकी टीम की कप्तान सुने लुस ने कहा कि 130 रन के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता था लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की, उन्होंने हमारे लिये अच्छा मंच प्रदान किया. हमने सोचा कि 130 रन के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. लिजले ली ने अच्छा मंच दिया. लेकिन उनके बाद जो बल्लेबाज आयीं, वे योजना का कार्यान्वयन नहीं कर सकीं. दीप्ति और स्पिनरों ने जैसी गेंदबाजी की, उसे देखते हुए आप कह सकते हो कि शाम होते ही पिच ज्यादा स्पिन करने लगी.’’