भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने एमएसके प्रसाद के नेतृत्व वाली चयन समिति पर सवाल उठाए हैं. हरभजन का मानना है कि टीम चयन के मापदंड उनके समझ से परे हैं.


चयनकर्ताओं ने अफगानिस्तान और इंग्लैंड के खिलाफ टीम का हिस्सा रहे करुण नायर को लगातार छह मैचों में प्लेइंग इलेवन में मौका मिले बिना वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गयी टीम से बाहर कर दिया.


हरभजन ने कहा, ‘‘ यह ऐसा रहस्य है जिसे हल करने की जरूरत है. तीन महीने तक बेंच पर बैठा खिलाड़ी इतना बुरा कैसे हो सकता है कि वह टीम में बने रहने के लायक भी नहीं है.’’


इंटरनेशनल क्रिकेट में अगल-अलग फॉर्मेट में 700 से अधिक विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा, ‘‘यकीन मानिए, नेशनल टीम के चयन के लिए यह चयन समिति जिस तरह का मापदंड अपना रही है उससे मुझे उनकी सोच पर तरस आता है.’’


टर्बनेटर के नाम से पहचाने जाने वाले इस खिलाड़ी ने कहा कि वह नायर के दर्द को समझ सकते हैं जो टेस्ट क्रिकेट में वीरेन्द्र सहवाग के बाद तिहरा शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय हैं.


उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि अलग-अलग खिलाड़ियों के चयन के लिए अलग-अलग पैमाना अपनाया जा रहा है. कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्हें सफल होने के लिए कई मौके दिये जाते हैं जबकि दूसरों को असफल होने के लिए भी मौका नहीं मिल रहा है. यह सही नहीं है.’’


हरभजन ने सवाल किया, ‘‘ अगर हनुमा विहारी वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में सफल नहीं होते है तो आप क्या करेंगे? किसी भी खिलाड़ी के लिए हालांकि मैं ऐसा नहीं चाहूंगा. मेरी शुभकामनाएं विहारी के साथ हैं.’’


उन्होंने कहा, ‘‘ अगर विहारी सफल नहीं होते हैं तो क्या फिर से नायर को चुना जाएगा, ऐसे में क्या वह ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए आत्मविश्वास से भरे होंगे.’’


उन्होंने उम्मीद जतायी कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले टीम चयन से जुड़े सभी लोग सुधार करेंगे.