भारत और इंग्लैंड के बीच केनिंग्टन ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट से पहले टीम इंडिया के हेड कोच और पिच क्यूरेटर के बीच तीखी बहस हुई थी. इसे लेकर कई तरह की खबरें भी सामने आईं थीं. अब इस मामले पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर मैथ्यू हेडन का रिएक्शन आया है. मैथ्यू हेडन का मानना है कि भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच से पहले ओवल के क्यूरेटर के साथ तीखी बहस के दौरान अपनी भाषा में नरमी बरत सकते थे. 

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पांचवें टेस्ट से पहले गंभीर की ओवल के मुख्य क्यूरेटर ली फोर्टिस के साथ तीखी बहस हुई थी और उन्हें मैदानकर्मियों पर उंगली उठाते हुए यह कहते सुना गया था कि 'आप हमें यह नहीं बता सकते कि हमें क्या करना चाहिए.'

हेडन ने 'ऑल ओवर बार द क्रिकेट' कार्यक्रम में कहा, "वे (क्यूरेटर) पिचों को लेकर बचाव की मुद्रा में हो सकते हैं. इंग्लैंड में यह आम बात है. यह उनका अपना मैदान है और हम अंतिम टेस्ट मैच खेलने जा रहे हैं. ऐसे में वे गौतम गंभीर के लिए मुश्किलें खड़ी करने की कोशिश करेंगे. लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें अपनी भाषा में थोड़ा नरमी बरतनी चाहिए थी. वह बेहतर भाषा का इस्तेमाल कर सकते थे. वास्तविकता यह है कि उनकी टीम सबसे महत्वपूर्ण टेस्ट मैच से पहले अभ्यास करना चाहती थी."

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चौथे टेस्ट के बाद इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे चल रहा था और भारत को पांच मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को ड्रॉ कराने के लिए हर हाल में पांचवां टेस्ट जीतना था. भारत आखिर में यह मैच छह रन से जीत कर सीरीज बराबर करने में सफल रहा था. 

भारत के बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक के अनुसार, यह बहस तब शुरू हुई जब फोर्टिस ने भारतीय कोचिंग स्टाफ को मुख्य पिच से 2.5 मीटर दूर रहने को कहा, जबकि उन्होंने स्पाइक्स (कील वाले जूते) नहीं पहन रखे थे. गंभीर ने तब जवाब दिया था, "आप हममें से किसी को यह नहीं बता सकते कि हमें क्या करना है. आपको हमें बताने का कोई अधिकार नहीं है. आप सिर्फ़ एक मैदानकर्मी हैं, इससे ज़्यादा कुछ नहीं."