दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में हेड कोच गौतम गंभीर खुद आए, इस दौरान उनका अग्रेसिव रूप भी देखने को मिला. वह आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स के मालिक पार्थ जिंदल के एक पोस्ट को लेकर इतने नाराज दिखे कि उन्हें सलाह दी कि आप हमारे काम के बीच में न पड़ें जब हम आपके डोमेन में नहीं आते. लेकिन आखिर दिल्ली टीम के को-ओनर ने ऐसा क्या कहा था? जिस पर गंभीर को गुस्सा आया.

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गौतम गंभीर ने क्या कहा?

भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "ऐसे भी लोगों ने चीजें बोलीं, जिनका क्रिकेट से कोई लेना देना नहीं है. एक आईपीएल के मालिक ने भी लिखा कि स्प्लिट कोचिंग (अलग अलग फॉर्मेट में अलग कोच) के बारे में, तो ये हैरानी की बात है. लोगों को अपने डोमेन में रहना बहुत जरुरी है, क्योंकि हम किसी के डोमेन में नहीं जाते तो उन्हें भी हमारे डोमेन में आने का कोई अधिकार नहीं है."

पार्थ जिंदल ने गौतम गंभीर के बारे में क्या बोला था?

गौतम गंभीर ने दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका ये बयान उन्ही के लिए माना जा रहा है क्योंकि पार्थ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हार के बाद स्प्लिट कोचिंग को लेकर एक पोस्ट किया था.

पार्थ जिंदल ने दूसरे टेस्ट में मिली हार के बाद एक पोस्ट करते हुए लिखा था, "करीब भी नहीं, घर पर बहुत बुरी हार हुई. याद नहीं कि आखिरी बार हमारी टीम घर पर इतनी कमजोर कब दिखी थी! ऐसा तब होता है जब रेड बॉल स्पेशलिस्ट को नहीं चुना जाता. यह टीम रेड बॉल फॉर्मेट में हमारे पास मौजूद गहरी ताकत को बिल्कुल भी नहीं दिखाती. अब समय आ गया है कि भारत टेस्ट क्रिकेट के लिए एक स्पेशलिस्ट रेड बॉल कोच रखे."