कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में क्रिकेट बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. पिछले दो महीनों में कई क्रिकेट टूर्नामेंट्स रद्द होने की वजह से खेल से जुड़े हुए बोर्ड आर्थिक घाटे में चले गए हैं. ऐसे मुश्किल वक्त में सभी की नज़रें दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई पर हैं. टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी माना कि बीसीसीआई को इस संकट से दूसरे देशों को उभारने के लिए एक राजनेता की भूमिका निभानी होगी.

साल के अंत में टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर बीसीसीआई ने पॉजिटिव पहल की है. गंभीर ने कहा, "बीसीसीआई का यह शानदार कदम है. यह एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है. वे शायद बड़ी तस्वीर देख रहे हैं. यह देश के मूड को बदल देगा. सीरीज जीतना एक अलग बात है और वहां जाना बहुत बड़ी बात होगी. यह दोनों देशों के मिजाज को बदल देगा. भारत ही नहीं बल्कि शायद आस्ट्रेलिया के लिए भी यह एक बहुत बड़ा कदम साबित होगा."

उन्होंने कहा, " बीसीसीआई सबसे अमीर बोर्ड है और ऐसे में उसे आगे आकर स्थिति को संभालना चाहिए तथा उसे राजनेता की भूमिका निभाना चाहिए. अगर भारत, आस्ट्रेलिया दौरे पर जाता है तो मेरी नजर में बीसीसीआई के लिए और सम्मान बढ़ जाएगा."

बता दें कि हाल ही में बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए क्रिकेटर्स को दो हफ्ते के लिए क्वारंटीन रखने में कोई समस्या नहीं है. बीसीसीआई की ओर से आए इस बयान के बाद भारत के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जाने की संभावना काफी बढ़ गई है.

गंभीर ने साथ ही आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान भारत से लेकर आस्ट्रेलियाई टीम को देने पर भी निराशा जाहिर की है. गंभीर ने कहा, "मेरे लिए भारत को ही नंबर एक पर होना चाहिए क्योंकि आस्ट्रेलिया.मुझे नहीं समझ आ रहा कि उन्होंने आस्ट्रेलिया को नंबर एक रैंकिंग कैसे दे दी. घर से बाहर उनका प्रदर्शन बेहद खराब है, खासकर उपमहाद्वीप में."

बता दें कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज से पहले ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्व कप का आयोजन भी होना है. लेकिन विश्व कप के आयोजन पर सवालिया निशान लगा हुआ है.

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