Ian Chappell on T20 Leagues: आईपीएल शुरू होने के बाद धीरे-धीरे क्रिकेट वर्ल्ड में टी20 लीग को पसंद किया जाने लगा. अब कई तरह की टी20 लीग खेली जाने लगी हैं. अधिकतर देशों ने आईपीएल की तर्ज पर अपनी-अपनी लीग शुरू कर दी है. आईपीएल के अलावा बिग बैश और कैरेबियन जैसी लीगों को दुनिया भर में खूब पसंद किया जाता है. इन लीगों के चलते खिलाड़ी का शेड्यूल काफी व्यस्त हो गया है. कई बार खिलाड़ी इनके चलते इंटरनेशनल क्रिकेट में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं. अब इस पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ईयान चैपल ने चिंता ज़ाहिर की है.
खरपतवार से तेज़ी से बढ़ रही है
ईयान चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के लिए अपने लेख में लिखा, “पूरे क्रिकेट ढांचे, खासकर फ्यूचर टूर प्रोग्राम (FTP) को ध्यान में रखते हुए गहन लेकिन सकारात्मक समीक्षा की जरूरत है. टी20 लीग गर्मियों में खरपतवार से भी ज़्यादा तेज़ी से बढ़ रही हैं.”
उन्होंने आगे लिखा, “बढ़ती टी20 लीग के बीच अब खिलाड़ियों को यह तय करने की ज़रूरत है कि उन्हें किस लीग में खेलना है और किसमें नहीं. अब टी20 लीग आपस में टकरा रही हैं और स्टार खिलाड़ी क्लबों के साथ लंबे टर्म के लिए कॉन्ट्रेक्ट साइन कर रहे हैं. ऐसे माहौल में लीग सीमित संख्या के लिए स्टार खिलाड़ियों को रज़ामंद करने में सक्षम नहीं होंगी, इसमें उन लीगों को आर्थिक रूप से नुकसान होगा.”
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के बारे में आगे लिखा, “टेस्ट एक कठिन खेल है और खिलाड़ी इस प्रारूप में भाग लेने के के हकदार हैं, यदि यह उनकी पसंद है. इसमें शामिल देशों के पास मज़बूत फर्स्ट क्लास ढांचे की ज़रूरत है. कई टीमों के पास ऐसे बुनियादी ढांचे की निर्माण करने के लिए पैसा नहीं है, क्योंकि इस खर्चे से किए जाने वाले निवेश में फायदा नहीं होता है. मुनाफा देने वाली लीग को प्रशासक ज़्यादा पसंद करते हैं. टेस्ट का दर्जा मुख्य रूप से आठ देशों तक ही सीमित रहना बेहतर है, जिनके पास इस फॉर्मेट की एक लंबी संस्कृति है.
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